- Home
- States
- Rajasthan
- अभी तक आपने Dr को ऑपरेशन रूम या अस्पताल में इलाज करते देखा होगा, अब देखिए राजस्थान के डॉक्टरों का गजब हुनर
अभी तक आपने Dr को ऑपरेशन रूम या अस्पताल में इलाज करते देखा होगा, अब देखिए राजस्थान के डॉक्टरों का गजब हुनर
- FB
- TW
- Linkdin
पहली बार ऐसा हुआ कि डॉक्टर्स ने रैंप पर कैट वॉक की हो, फिर चाहे 55 साल की सीनियर डॉक्टर हों या फिर 25 साल की ट्रेनी डॉक्टर। कार्यक्रम को देख रहे लोगों को डॉक्टरों को ऐसा देख तो अपनी आंखों पर यकीन ही नहीं हुआ।
इसमें हैरानी वाली बात ये है कि सभी ने खुद ही अपनी ड्रेस डिजाइन की और उसके बाद रैंप पर उतरे गए। लेडिज डॉक्टर्स के अलावा जेंट्स डॉक्टर्स ने भी झंडे गाड़ दिए फैशन के। इस आयोजन ने इतनी सुर्खियां बटोरी की देर रात तक लोग तालियां बजाते रहे और वंस मोर वंस मोर करते ही रहे।
दरअसल सवाई मानसिंह अस्पताल से ताल्लुक रखने वाले एसएमएस मेडिकल कॉलेज का प्लेटिनम जुबली समारोह कल यानि दो मार्च को आयोजित किया गया था। सवेरे से शाम तक तो डॉक्टर्स अपने अपने मरीजों और वार्ड में बीजी रहे फिर शाम को अचानक डिस्को की तेज आवाजें आने लगी।
कॉलेज कैंपस में आयोजन की तैयारी की जा रही थी। शाम होते ही कैंपस में मेडिकल छात्र, स्टाफ और डॉक्टर्स की भीड़ बढ़ने लगी। उसके बाद एक से एक सर्जन, थैरेपिस्ट और एक से एक नामी डॉक्टर रैंप पर उतरे।
कोई खादी में था तो कोई वेस्टर्न ड्रेस में था। इतने शानदार और दमदार तरीके से रैंप वॉक कि की अच्छे अच्छे मॉडल भी पानी भरें। चालीस से ज्यादा डॉक्टर्स रैंप पर उतरे और दर्शक वंस मोर वंस मोर ही करते रह गए।
आयोजन की जिम्मेदारी निभाने वाले सीनियर डॉक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि एक डॉक्टर की लाइफ इतनी सीमित रह जाती है कि कोई सोच भी नहीं सकता। काम इतना होता कि दिन भी कम पडता है।
अस्पताल में सब कुछ सफेद ही दिखता है फिर चाहे वह डॉक्टर की ड्रेस हो या बैड पर रखी चादर हो। लेकिन अब बदलाव आ रहा है। रंग बिरंगे लेकिन डिसेंट लुक में डॉक्टर काम पर आ रहे हैं और मरीज भी इससे खुश हैं।
सीनियर डॉक्टर अग्रवाल ने आगे कहा कि पॉजिटिव एनर्जी जरुरी है अस्पतालों में ताकि मरीज और डॉक्टर दोनो को ही तनाव ना हो। जो नई पीढ़ी आ रही है वह इसी पर काम कर रही है। आयोजन अच्छा रहा और अब इसे आगे भी जारी रखने की कोशिश हैं।