- Home
- States
- Rajasthan
- कार में ऐसे नोट भरकर ले जा रहे थे जैसे सब्जी-भाजी, डिग्गी-सीट के नीचे बना रखा था स्पेशल बॉक्स, गिनते समय गायब हो गए 10 लाख
कार में ऐसे नोट भरकर ले जा रहे थे जैसे सब्जी-भाजी, डिग्गी-सीट के नीचे बना रखा था स्पेशल बॉक्स, गिनते समय गायब हो गए 10 लाख
- FB
- TW
- Linkdin
भीलवाड़ा. राजस्थान में एक कार से मिले करोड़ों के नोटों को लेकर विवाद की स्थिति खड़ी हो गई है। पुलिस ने गुजरात के नंबर प्लेट वाली कार से 6 करोड़ 75 लाख रुपए जब्त करने का दावा किया था। पुलिस के अनुसार, यह रकम हवाला की थी। उधर, जिस कंपनी के ये पैसे थे, उसने कहा कि रकम 6 करोड़ 85 लाख थी। यानी 10 लाख रुपए का हेरफेर हुआ है। यह केस बुधवार दोपहर का भीलवाड़ा जिले में सामने आया था। प्रताप नगर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर पुर रोड पर कार को पकड़ा था। कार की तलाशी में एक कट्टे के बंडल में 2 हजार और 500 के नोटों की गडि्डयां मिलीं। पुलिस ने इस मामले में गुजरात के रहने वाले राहुल चावड़ा और जयदीप चावड़ा को पकड़ा था।
पुलिस का कहना था कि इस कार्रवाई के बावजूद किसी ने इन नोटों के लिए दावा नहीं किया। जबकि अहमदाबाद में मेक टेक एग्रीकल्चर कंपनी के मालिक कमलेश शाह ने अपने वकील शहजाद मोहम्मद को प्रताप नगर भेजकर कहा कि उन्होंने भीलवाड़ा में एक एग्रीकल्चर जमीन खरीदने के लिए अहमदाबाद से 6.85 करोड़ रुपए ड्राइवर और हेल्पर के साथ भीलवाड़ा भेजे थे। लेकिन सौदा कैंसल होने से वे रुपए लेकर वापस आ रहे थे। यानी पैसा कंपनी का है और पुलिस ने उनसे संपर्क नहीं किया।
हालांकि यह मामला इनकम टैक्स और ईडी तक पहुंच गया है। कहा जा रहा है कि प्रतापनगर थाना पुलिस के कांस्टेबल बनवारी और असलम गश्त कर रहे थे, तभी उन्हें यह गाड़ी हाथ लगी थी।
क्रेटा कार की डिग्गी में इतनी रकम देखकर पुलिस वाले भी हैरान रह गए। डिग्गी की सीट के नीचे एक बॉक्स बनाया गया था। आगे की सीट के नीचे भी एक बॉक्स था, जिसमें नोट रखे गए थे।
जब नोट गिनने बैंक से मशीन मंगाई गई, तो एक मशीन हीट पकड़ गई। इसके बाद दो मशीनों से ही नोटों की गिनती पूरी की गई। भीलवाड़ा ASP चंचल मिश्रा ने कहा-मुखबिरों से अवैध ट्रांजेक्शन की सूचना पर स्पेशल टीम का गठन हुआ। प्रतापनगर थाने में एक सफेद रंग की गाड़ी में अवैध राशि होने की सूचना मिली। नाकेबंदी कर गाड़ी से 6 करोड़ 75 लाख की राशि जब्त की गई। गाड़ी में 2 लोग थे जिन्होंने राशि का कोई सोर्स नहीं बताया।