सार

राजस्थान में स्टूडेंट की सुसाइड की खबरें सामने आ रही है। यहां मई महीने के 25 दिनों में ही 5 लोगों ने आत्महत्या कर ली है। शनिवार के दिन एक बार फिर दो लोगों ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली। इनमें से एक छात्रा NEET की तो दूसरा RAS की कर रहा था तैयारी।

जयपुर (jaipur news). राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से छात्रों के सुसाइड के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। कोटा जो कि पूरे देश में शिक्षा की नगरी के नाम से जाना जाता है, यहां पर देश भर से इंजीनियरिंग और नीट की तैयारी के लिए छात्र आते हैं। लेकिन पिछले 25 दिन में कोटा में 5 छात्रों ने सुसाइड कर लिया। यह आंकड़े हर सप्ताह तेजी से बढ़ रहे हैं जो कोचिंग मैनेजमेंट और फैमिली दोनों को परेशान करने वाले हैं।

कोटा में NEET की तैयारी कर रही छात्रा ने किया सुसाइड

कोटा जिले के कुन्हाड़ी थाना इलाके में फिर से एक छात्रा ने सुसाइड किया है। टोंक जिले की रहने वाली साक्षी कोटा में नीट की तैयारी कर रही थी। पुलिस ने बताया कि साक्षी मूल रूप से टोंक जिले की रहने वाली है, लेकिन वह बचपन से ही कोटा जिले में अपने चाचा के यहां रहकर पढ़ाई कर रही है। उसने हाल ही में 10वीं की परीक्षा दी है। परिणाम का इंतजार चल रहा है, साथ ही उसने नीट की तैयारी भी शुरू कर दी है। उसके चाचा सुरेंद्र कुमार थर्मल में काम करते हैं। शनिवार की सुबह चाचा और परिवार के अन्य सदस्य किसी काम से घर से बाहर गए थे, वापस घर लौटे तब तक अनर्थ हो चुका था। परिवार के लोग वापस आए तो साक्षी को अपने कमरे में चुन्नी के फंदे से लटका हुआ पाया । नजदीक ही एक कागज रखा था उसमें लिखा हुआ था, नो वन रिस्पांसिबल फॉर माय डेथ।

सुसाइड नोट में लिखा- नो वन रिस्पांसिबल फॉर माय डेथ

सुरेंद्र ने पुलिस को बताया कि साक्षी की मां और दो बहने भी उससे मिलने के लिए फिलहाल कोटा आई हुई थी। परिवार के सभी लोग सवेरे किसी रिश्तेदार से मिलने चले गए थे और कुछ घंटे में ही वापस लौट आए थे, लेकिन इस बीच साक्षी दुनिया छोड़ कर चली गई। पुलिस का मानना है कि संभव है साक्षी ने पढ़ाई के तनाव के चलते फांसी लगाकर जान दे दी है।

RAS की तैयारी कर रहे छात्र ने किया सुसाइड

दूसरी ओर श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ इलाके में रहने वाले एक छात्र ने जान दे दी। सूरतगढ़ पुलिस ने बताया कि श्री गंगानगर शहर के रायसिंहनगर इलाके में रहने वाले उमेश ने सूरतगढ़ इलाके में फांसी लगा ली। वह यहां पर करीब 2 साल से रह रहा था और आरएएस की कोचिंग कर रहा था। उसके पिता किसान हैं और रायसिंहनगर में ही उमेश का मकान है। उमेश और उसके छोटा भाई और माता-पिता उस मकान में रहते हैं।

पढ़ाई के लिए छोड़ा था घर, अब दुनिया ही छोड़ दी

लेकिन पिछले 2 साल से उमेश आर ए एस की तैयारी करने के कारण और कोचिंग लेने के कारण सूरतगढ़ क्षेत्र में रह रहा है। शनिवार सवेरे परिवार के लोगों ने उसे फोन किया लेकिन उमेश ने फोन नहीं उठाया। बाद में कुछ घंटे का सफर करके उमेश की मां और भाई सूरतगढ़ पहुंचे। जबरन दरवाजा खोला तो वहां उमेश फंदे से लटका हुआ था। परिवार का कहना है कि वह पढ़ाई में होशियार था। वहीं जांच कर रही पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जानकारी में यही सामने आया है कि वह घर के किसी विवाद के कारण तनाव में था। 2 दिन पहले ही वह गांव से वापस हॉस्टल आया था। बड़े बेटे को खोने के बाद से ही परिवार में हड़कंप मचा हुआ है।

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