सार
जयपुर. राजस्थानी जयपुर में एक महिला के द्वारा बच्ची को जन्म दिया गया है। यह बात चर्चा का विषय इसलिए बनी हुई है क्योंकि आम बच्चों के जहां हाथ और पैर में 20 अंगुलियां होती है लेकिन इस बच्ची के 24 अंगुलियां है। बच्ची के पिता का नाम अजय कुमार और मां का नाम निकिता है। बच्ची के दोनों हाथ और पैर में एक-एक अतिरिक्त अंगुली है। डॉक्टर्स का कहना है कि 10 लाख में से इकलौता ऐसा एक केस होता है।
डॉक्टर ने बताया कैसे गर्भ में होता है यह सब
दरअसल, इसे मेडिकल की भाषा में पॉलीडैक्टली कहा जाता है। इसमें बच्चों के हाथ और पर दोनों में ही अतिरिक्त अंगुली होती है। हालांकि ज्यादातर केस में हाथ की छोटी अंगुली या पैर के छोटे अंगूठे की तरफ अतिरिक्त अंगुली होती है। यह बच्चे के जन्म से पहले ही विकसित हो जाती है। जब बच्चे के हाथ और पैर मां के गर्भ में पहली बार बनते हैं तो उनका आकार दस्ताने जैसा होता है। इसके बाद अंगुलियां बनती है। इस दौरान ही यह अतिरिक्त अंगुली बन सकती है।
कोई भी बच्चा अतिरिक्त अंगुली के साथ में पैदा हो सकता है
चिकित्सक बताते हैं कि कोई भी बच्चा अतिरिक्त अंगुली के साथ में पैदा हो सकता है। कई बार यह वंशानुगत भी होता है। डॉक्टर यह भी मानते हैं कि जिन बच्चों के अतिरिक्त अंगुली होती है उन्हें अन्य बच्चों की तुलना में स्वास्थ्य समस्याएं भी कम होती है या न के बराबर होती है। लेकिन कभी-कभी यह वंशानुगत सिंड्रोम हो तो बच्चे को बीमारियां भी हो सकती है।
इससे बच्चों के आम जीवन में कोई परेशानी नहीं होती है।
कई बार डॉक्टर जन्म से पहले अल्ट्रासाउंड के जरिए इसका पता लगा लेते हैं या फिर जन्म के बाद इसका इलाज करते हैं। हालांकि बचपन में इसका इलाज करना आसान होता है। लेकिन यदि बच्चे की उम्र बड़ी होने लगती है तो इलाज में काफी परेशानी आती है क्योंकि अंगुली की साइज बड़ी हो जाती है। हालांकि डॉक्टर कहते हैं कि इससे बच्चों के आम जीवन में कोई परेशानी नहीं होती है।