सार
कोटा में हो रही भारी बारिश के चलते पार्वती, चंबल और कालीसिंध नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसके परिणामस्वरूप, शहर का सवाई माधोपुर और मध्यप्रदेश से संपर्क कट गया है।
कोटा में बाढ़ के हालात। राजस्थान में बीते एक हफ्ते से अलग-अलग इलाकों में मूसलाधार बारिश हो रही है। कोटा में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। भारी बरसात की वजह से कोटा बैराज के 6 गेट खोलकर पानी निकाला गया है। अनंतपुरा इलाके में करीब 10 बजे पानी का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया। जहां देर रात से रेस्क्यू टीम लोगों को बाहर निकलने का काम कर रही है। 35 लोगों को सुरक्षित जगह पर ले जाया गया है। निचले इलाकों में बसे कई गांव पानी में डूब चुके हैं।
कोटा में बारिश के चलते पार्वती,चंबल और कालीसिंध नदियां तूफान पर आ चुकी है। शहर का सवाई माधोपुर और मध्यप्रदेश से भी संपर्क टूट चुका है। नेशनल हाईवे 52 पर जाम की स्थिति बन गई है। गाड़ियों को निकलने में घंटों का समय लग रहा है। यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राज्य सरकार भी स्थिति को संभालने के लिए लगातार काम कर रही है।
बारिश की वजह से कोटा में नाले उफान पर
कोटा में पिछले 24 घंटे में ढाई इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। शहरी इलाके से निकलने वाले नालों में भी जलस्तर बढ़ता जा रहा है। पानी जवाहर नगर समेत अन्य इलाकों में सड़कों पर आना शुरू हो चुका है। ऐसे में अब शहरी इलाके में भी लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग की मानें तो शहर में आज भी बारिश की संभावना है। हालांकि कल से 2 दिन के लिए कम हो सकती है। लेकिन अगस्त महीने की शुरुआत से ही एक बार फिर प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में तेज बारिश हो सकती है। देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाले मुंबई में भी भारी बारिश हो रही है। इसके वजह से IMD ने कई इलाकों में येलो और रेड अलर्ट जारी कर दिए हैं। कमोबेश यही हालात पुणे के भी है।
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