वरिष्ठ पत्रकार डॉ. वेदप्रताप वैदिक ने लिखा की जयपुर में कमाल की नौटंकी चल रही है। क्या आज तक किन्हीं नाराज़ विधायकों ने कभी राजभवन के अंदर धरना दिया है ? मेरी स्मृति में ऐसा पहली बार हुआ है। राष्ट्रपति भवन और राजभवनों में विधायकों और सांसदों ने परेडें जरुर की हैं लेकिन इस समय जैसा दृश्य जयपुर के राजभवन में दिखाई पड़ रहा है, भारत के किसी भी प्रांत में पहले नहीं दिखाई पड़ा। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र के विरोध में यह धरना चल रहा है, क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को साफ़-साफ़ कह दिया है कि कोरोना के इस संकटकाल में विधानसभा का सत्र बुलाना संभव नहीं है। मोटे तौर पर राज्यपाल का दृष्टिकोण व्यावहारिक मालूम पड़ता है लेकिन कलराजजी से कोई पूछे कि आप 200 विधायकों के मिलने पर कोरोना का खतरा महसूस कर रहे हैं लेकिन क्या बात है कि नरेंद्र मोदी बिल्कुल नहीं डर रहे हैं। वे 5 अगस्त को राम मंदिर कार्यक्रम में अयोध्या जाएंगे और वहां 200 से भी अधिक महामहिम इकट्ठे होंगे। उनके साथ सैकड़ों सुरक्षाकर्मी भी होंगे। अभी जो कांग्रेसी विधायक राजभवन के अंदर धरना दे रहे हैं, उन्होंने मुखपट्टियां लगा रखी हैं और शारीरिक दूरी भी वे बनाए हुए हैं।