सार

अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज के 813वें उर्स में पाकिस्तान से 350 से अधिक जायरीन शामिल होंगे। सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और तैयारियां जोरों पर हैं।

अजमेर. राजस्थान के अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज के 813वें उर्स की तैयारियां जोरों पर हैं। हर साल की तरह इस बार भी पाकिस्तान समेत कई देशों से बड़ी संख्या में जायरीन इस पवित्र अवसर पर शामिल होने के लिए आने वाले हैं। खासतौर पर पाकिस्तान से करीब 350 से अधिक जायरीन के जत्थे के आने की संभावना है। हालांकि, उनकी यात्रा की तारीख अभी घोषित नहीं हुई है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही सतर्क हो गई हैं। हर बार की तरह इस बार भी उनका स्वागत सत्कार करने की योजना है।

सुरक्षा के लिए डोर टू डोर सर्वे शुरू

अजमेर पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने उर्स मेले के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कई एहतियाती कदम उठाए हैं। दरगाह थाना पुलिस ने डोर टू डोर सर्वे शुरू कर दिया है। जिसमें होटल, गेस्ट हाउस और किराए के मकानों में ठहरने वाले लोगों की जांच की जा रही है। पहचान पत्रों और अन्य दस्तावेजों की सख्ती से जांच की जा रही है ताकि किसी संदिग्ध गतिविधि को समय रहते रोका जा सके। उर्स के दौरान लाखों जायरीन देश-विदेश से अजमेर पहुंचते हैं। इस भीड़ का फायदा उठाने के लिए अपराधी तत्व भी सक्रिय हो जाते हैं। बीते वर्षों में चोरी, स्नैचिंग, लूट और हत्या जैसी वारदातें सामने आ चुकी हैं। इन्हीं घटनाओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने इस बार सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।

बॉर्डर इलाकों में विशेष टीमें तैनात

दरगाह क्षेत्र में पुलिस की विशेष टीमें तैनात की गई हैं। मुख्य रूप से बांग्लादेशी घुसपैठ और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए बॉर्डर इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। स्थानीय पुलिस ने गुप्तचरों को भी सक्रिय कर दिया है ताकि किसी तरह की गड़बड़ी न हो। थाना प्रभारी नरेंद्र जाखड़ ने बताया कि उर्स मेले के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए यह सर्वे और सुरक्षा प्रबंधन जरूरी है। उन्होंने नागरिकों से भी अपील की है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने कहा कि यह आयोजन पूरी तरह शांतिपूर्ण और सुसंगत ढंग से संपन्न हो सकेगा, इसकी हमने पूरी प्लानिंग कर ली है।