सार
अयोध्या में राम मंदिर में अगले साल प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान राम लला की भव्य आरती होगी। राम लला की आरती के लिए राजस्थान के जोधपुर से 600 किलो 108 कलश में भरकर रथ से अयोध्या भेजा जा रहा है।
अयोध्या। अयोध्या में अगले वर्ष जनवरी में राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए खास तैयारियां चल रही हैं। पीएम मोदी मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इस दौरान पूजा अनुष्ठान के साथ ही रामलला की भव्य आरती-पूजन होगा। खास ये है कि रामलला की पहली आरती के लिए राजस्थान के जोधपुर से घी भेजा जा रहा है। आरती के लिए 600 किलो जोधपुर से रथ से रवाना हुआ है।
जोधपुर से भेजा जा रहा रामलला की आरती के लिए घी
अयोध्या में राम मंदिर में प्रभु राम की मूर्ति स्थापना के साथ भव्य समारोह आयोजित होेने वाला है। इस प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही रामलला की महाआरती भी होगी जिसके लिए खास घी तैयार किया गया है जो जोधपुर से आ रहा है। करीब 600 किलो घी से रामलला की पहली महाआरती की जाएगी।
श्रीश्री संदीपनि राम धर्म गोशाला से रवाना हुआ घी
राम लला की आरती के लिए जोधपुर में श्रीश्री संदीपनि राम धर्म गोशाला से जय श्री राम के घोष के साथ ही 108 कलश में भरकर देव दिवाली के दिन ही करीब 600 किलो घी अयोध्या नगरी के लिए रवाना कर दिया गया। घी को 11 रथों से राम मंदिर के लिए रवाना कर दिया गया है। गोशाला प्रमुख संदीपनि महाराज ने कहा कि घी का प्रय़ोग रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान किया जाएगा। रामलला की आरती और हवन इसी घी से होगा।
11 रामनामी रथों से भेजा गया घी
राम मंदिर के लिए घी भेजे जाने के लिए खास तौर से गौशाला में ही विशेष रामनामी 11 रथ तैयार किए गए थे। छह महीने से रथ तैयार किए जा रहे हैं। एक रथ के निर्माण की कीमत करीब 3.5 लाख रुपये तक आई है। इन रथों में 108 स्टील के कलश भरकर घी जोधपुर से अयोध्या भेजा जा रहा है।
9 वर्षों में तैयार हुआ घी
श्रीश्री संदीपनि महाराज ने बताया कि राम लला की आरती के लिए यह घी तैयार करने में करीब 9 साल लग गए। नौ साल तक इस घी को सावधानी पूर्वक एकत्र किया गया। उन्होंने कहा कि पहले 108 रथ से घी जोधपुर से अयोध्या नगरी भेजने की तैयारी की गई थी लेकिन चुनाव के चलते कई समस्याएं आई जिस कारण 11 रथ ही तैयार हो सके। ऐसे 97 प्रतीकात्मक रथ के साथ 11 रथों से घी राम मंदिर के लिए रवाना किया गया।
आरती के लिए गए घी की जांच भी हुई
विहिप पदाधिकारी महेंद्र सिंह राजपुरोहित ने बताया कि जोधपुर के दल ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के पदाधिकारियों से बात कर महाराज का संकल्प के बारे में बताया। इस ट्रस्ट की एक टीम भी गोशाला गई और घी की जांच की। घी की गुणवत्ता ठीक होने पर इसे रामलला की आरती के लिए प्रय़ोग करने की अनुमति दे दी।