उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों और कॉलेज में वंदे मातरम अनिवार्य होने के बाद अलीगढ़ के एक स्कूल में शिक्षक ने विरोध किया। जिसके बाद शिक्षक को सस्पेंड कर दिया गया। बता दें सीएम योगी ने वंदे मातरम अनिवार्य का निर्देश दिया था।
एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने उत्तर प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों में वंदे मातरम अनिवार्य करने का आदेश जारी कर दिया है। तो वहीं दूसरी तरफ अलीगढ़ के एक स्कूल में एक टीचर ने ही इसका विरोध कर दिया। मामला शिक्षा विभाग तक पहुंचा और मामले की जांच में सही पाए जाने के बाद आरोपी शिक्षक को सस्पेंड कर दिया गया। अब इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है।
दो समुदायों के शिक्षकों बीच बीच हुआ बवाल
दरअसल, यह मामला अलीगढ़ जले के लोधा विकासखंड के शाहपुर कुतुब गांव के अपर प्राइमरी स्कूल का है। जहां बुधवार को स्कूल में दो समुदायों के शिक्षकों बीच वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद स्कूल में हगामा होने लगा। खबर लगते ही आसपास के लोग भी जमा हो गए।
जानिए कौन है वो शिक्षक…जिसने किया विरोध
वंदे मातरम और भारत माता की जय के विरोध करने वाले इस टीचर का नाम शमसुल हसन है। जिन्होंने राष्ट्रगान के दौरान विरोध जताया था। जैसे ही इसकी शिकायत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) को लगी तो उन्होंने इसकी जांच कराई। जिसमें आरोप शमसुल हसन सही पाए गए और उनको तत्काल निलंबित कर दिया गया।
मैं स्कूल में नहीं गाने दूंगा वंदे मातरम
मुस्लिम टीकर का विरोध करने वाली स्कूल की प्रधानाध्यापिका सुषमा रानी ने बताया कि यह पहली बार था जब इस स्कूल में वंदे मातरम गीत गाया जा रहा था। लेकिन हसन और उनके अन्य साथियों ने इसका विरोध कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाईं। हसन ने धमकी देते हुए कहा था कि इस स्कूल में यह नारा नहीं चलेगा, अगर हुआ तो मैं मुसलमानों को एकत्रित करके विरोध करूंगा। इतना ही नहीं उन्होंने इस दौरान अभद्र भाषा का उपयोग किया। और फिर स्कूल में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। इसके बाद स्कूल के सभी टीचर ने शिक्षा अधिकारी (बीईओ) को लिखित में शिकायत दी।
