प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अटल बिहारी वाजपेयी जयंती पर लखनऊ के राष्ट्र प्रेरणा स्थल का लोकार्पण करेंगे। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीन दयाल उपाध्याय और अटल जी की 65 फुट ऊंची प्रतिमाएं राष्ट्रीय चेतना का केंद्र बनेंगी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बनकर तैयार भव्य ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह स्थल भारतीय राष्ट्रवाद की त्रयी—डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीन दयाल उपाध्याय और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी-के विचारों और योगदान को जन-जन तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित इस भव्य उद्घाटन समारोह के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कार्यक्रम में गणमान्य अतिथियों सहित दो लाख से अधिक लोगों की सहभागिता प्रस्तावित है। सुरक्षा, ट्रैफिक डायवर्जन, पार्किंग और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की समुचित व्यवस्था की गई है।
उद्घाटन समारोह के लिए राजधानी में व्यापक तैयारियां
लखनऊ विकास प्राधिकरण तथा पर्यटन एवं संस्कृति विभाग द्वारा उद्घाटन समारोह की सभी व्यवस्थाएं अंतिम रूप दे दी गई हैं। राष्ट्र प्रेरणा स्थल के विशाल परिसर में फूलों से कमल की आकृति की रंगोली सजाई जा रही है। बाहरी दीवारों पर कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से राष्ट्रीय सांस्कृतिक प्रतीकों का आकर्षक अलंकरण किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 2 बजे के बाद चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से सीधे राष्ट्र प्रेरणा स्थल पहुंचेंगे।
राष्ट्र नायकों की प्रतिमाओं का लोकार्पण और संग्रहालय का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले राष्ट्र नायकों की भव्य प्रतिमाओं का लोकार्पण और पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद वे राष्ट्र नायकों के जीवन और विचारों पर आधारित प्रेरणादायक संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे। संग्रहालय के ओरिएंटेशन रूम में राष्ट्र नायकों के जीवन पर आधारित ऑडियो-विजुअल प्रस्तुति दिखाई जाएगी। इसके उपरांत प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उपस्थित रहेंगे।
कमल की आकृति में विकसित हुआ राष्ट्र प्रेरणा स्थल
लखनऊ के वसंत कुंज क्षेत्र में राष्ट्र प्रेरणा स्थल को कमल की आकृति में विकसित किया गया है। यहां डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीन दयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की 65-65 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। इन प्रतिमाओं का निर्माण विश्व प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार और मंटू राम आर्ट क्रिएशंस द्वारा किया गया है। प्रतिमाओं को फेसेड लाइटिंग और प्रोजेक्शन मैपिंग से सजाया गया है, जिससे वे रात में भी आकर्षण का केंद्र बनेंगी।
संग्रहालय में दिखेगी भारतीय राष्ट्रवाद की यात्रा
परिसर में बने संग्रहालय की इंटरप्रिटेशन वॉल पर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन और स्वतंत्रता सेनानियों की गाथा को म्यूरल आर्ट के माध्यम से दर्शाया गया है। संग्रहालय के कोर्टयार्ड में भारत माता की प्रतिमा स्थापित की गई है, जो राष्ट्रीय भावना का प्रतीक है। राष्ट्र नायकों को समर्पित अलग-अलग गैलरियां उनके जीवन, विचारधारा, संघर्ष और राष्ट्र निर्माण में योगदान को जीवंत रूप में प्रस्तुत करती हैं।
आधुनिक सुविधाओं से युक्त प्रेरणा स्थल परिसर
राष्ट्र प्रेरणा स्थल परिसर में आधुनिक सुविधाओं का भी विकास किया गया है। यहां सिंथेटिक ट्रैक, मेडिटेशन सेंटर, विपश्यना केंद्र, योग केंद्र, हेलीपैड और कैफेटेरिया की सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ ही 3000 सीटों की क्षमता वाला एम्फीथिएटर और लगभग दो लाख लोगों की क्षमता वाला विशाल रैली स्थल भी विकसित किया गया है।
भावी पीढ़ियों में राष्ट्रीय चेतना का केंद्र बनेगा प्रेरणा स्थल
राष्ट्र प्रेरणा स्थल केवल एक स्मारक नहीं, बल्कि भारतीय राष्ट्रवाद, सांस्कृतिक चेतना और प्रेरणा का जीवंत केंद्र है। यह स्थल आने वाली पीढ़ियों में राष्ट्रीयता, विचार और सेवा भाव को सशक्त करने का कार्य करेगा।


