Bareilly Bus Terminal: बरेली में चौबारी क्षेत्र में नया बस अड्डा बनने जा रहा है, जिससे यातायात सुगम होगा और जाम की समस्या कम होगी। बदायूं, अलीगढ़, आगरा की ओर जाने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी, रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

Chaubari Bus Stand Project: चौबारी अब सिर्फ एक नाम नहीं रहेगा, बल्कि आने वाले वक्त में यह शहर के यातायात का अहम केंद्र बनने जा रहा है। बरेली-बदायूं रोड पर स्थित चौबारी में अब नए बस अड्डे की तैयारी तेज़ हो चुकी है। तीन एकड़ ज़मीन का चयन हो चुका है और ज़िला प्रशासन से लेकर क्षेत्रीय विधायक तक इस योजना की निगरानी में जुटे हैं।

क्यों हो रही है चौबारी में बस अड्डे की जरूरत?

शहर का पुराना बस अड्डा अब घनी आबादी के बीच आ चुका है, जिससे ना सिर्फ यातायात में दिक्कत होती है बल्कि लगातार जाम की समस्या भी बनी रहती है। वहीं, सेटेलाइट बस अड्डे की जगह भी कम पड़ने लगी है। ऐसे में शहर के चारों कोनों पर बस अड्डा विकसित करने की योजना के तहत चौबारी को नई दिशा दी जा रही है।

यह भी पढ़ें: Hapur Encounter: हत्या, लूट और फिर अंत... STF ने खत्म किया डब्लू यादव का आपराधिक साम्राज्य

जमीन का चयन हो चुका, अब अगला कदम क्या?

राजस्व विभाग की तीन एकड़ ज़मीन को उत्तर प्रदेश परिवहन निगम को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया चल रही है। कैंट विधायक संजीव अग्रवाल की मांग पर यह प्रस्ताव पहले ही मंज़ूर हो चुका है। एसडीएम प्रमोद कुमार, एआरएम संजीव कुमार श्रीवास्तव और विधायक खुद निरीक्षण कर चुके हैं। ज़मीन मिलने के बाद निर्माण कार्य का एस्टीमेट तैयार किया जाएगा।

चौबारी में बस अड्डा बनने से बदायूं, अलीगढ़, मथुरा, आगरा और राजस्थान की ओर जाने वाले यात्रियों को सीधा फायदा मिलेगा। इसके अलावा सुभाषनगर, मढ़ीनाथ और आस-पास के इलाकों के लोगों को भी आवागमन में राहत मिलेगी। बसें सीधे बाहरी मार्गों से संचालित होंगी, जिससे शहर के भीतर ट्रैफिक का दबाव भी घटेगा।

क्या केवल चौबारी ही विकसित हो रहा है?

नहीं, चौबारी के साथ-साथ इज्जतनगर में भी बस अड्डा बनने का काम तेजी से चल रहा है। 2.285 हेक्टेयर क्षेत्र में 16.72 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस अड्डे का 60% से अधिक काम पूरा हो चुका है। यहां से 210 बसों के संचालन की योजना है। इसके अतिरिक्त नवाबगंज तहसील में भी नया बस अड्डा प्रस्तावित है।

चौबारी के विकास की तस्वीर बस अड्डे तक सीमित नहीं रहेगी। झुमका चौराहे से शाहजहांपुर रोड तक बन रही 29.95 किमी की रिंग रोड और बरेली-मथुरा नेशनल हाईवे का चौड़ीकरण इस क्षेत्र को व्यावसायिक केंद्र में बदल देगा। इससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी।

यह भी पढ़ें: औसानेश्वर मंदिर में क्या बंदर बना मौत की वजह? जानें कैसे मचा करंट और भगदड़ का तांडव