सार
राजस्थान के बाड़मेर से मानवता की मिसाल पेश कर देने वाली खबर सामने आई है। गैस सिलेंडर बलास्ट से घर में रखे सारे पैसे और गहने-कपड़े सब जल कर राख हो गए। ऐसे में गांव के लोगों ने चंदा जुटाकर धूमधाम से बेटियों की शादी की। कुछ ही देर में लाखों रुपए जुटाए।
बाड़मेर (राजस्थान). रिफाइनरी के लिए जाना जाने वाला राजस्थान का बाड़मेर जिला पिछले दो दिन से चर्चा में है। बाड़मेर जिले के एक छोटे से गांव के ग्रामीणों ने काम ही ऐसा किया है कि उनकी पूरे जिले में दिल खोलकर तारीफ हो रही है। गांव वालों ने एक ही आवाज में नोटों के ढेर लगा दिए। कुछ ही घंटों में तेरह लाख से ज्यादा कैश और सोने के जेवर जुटा लिए और दो बहनों की शादी में दिल खोलकर खर्च किया। मामला बाड़मेर जिले के चौहट्टन इलाके में स्थित तला गांव का है।
शादी की रसोई में रखे फट गए 4 सिलेंडर
दरअसल तला गांव में रहने वाले बाबूलाल की दो बेटियों की शादी तेरह मई यानि शनिवार को होनी थी। आसपास के गावों और अन्य जिलों में रहने वाले रिश्तेदारों का आना जाना जारी था। घर में खुशियों का माहौल था। दस मई को सवेरे परिवार की ही एक महिला सभी मेहमानों और घर के लोगों के लिए चाय बना रही थी। रसोई में चार सिलेंडर और रखे हुए थे जो शादी में काम आने वाले थे।
धमाका इतने भयानक कि दीवार छोड़कर सब खाक हो गया
अचानक चाय बनाने के दौरान एक सिलेंडर से गैस लीक होने लगी। कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही आग लग गई और आग पूरे घर में फैल गई। परिवार वाले एक ही सिलेंडर को बाहर निकाल सके, लेकिन अंदर रखे तीन सिलेंडर धमाकों के साथ फट गए। मकान की दीवारों को छोड़कर अंदर का पूरा सामान जल गया। कई घंटों बाद दमकल पहुंच सकी। लेकिन तब तक करीब बीस लाख रुपयों के जेवर, नए कपडे़ और करीब दस लाख रुपया कैश, सब जलकर खाक हो गया। ब्लास्ट में पांच लोग झुलसे जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गांववालों ने कुछ ही देर में जुटा लिए 13 लाख रुपए
इस बीच दोनो बेटियों के पिता बाबूलाल के लिए गांव के लोगों ने मदद जुटाना शुरू किया। ग्यारह और बारह मई को गांव के लोगों ने तला गांव और आसपास के गावों से करीब 13 लाख रुपए कैश जुटा लिए। उसके अलावा जेवर, कपड़ों और उपहारों का भी ढेर लग गया। 13 मई को दोनो बहनों की विदाई के बाद गांव के लोगों ने राहत की सांस ली। अब गांव के लोग बाबूलाल का नष्ट हो चुका घर दुबारा बनवाने के लिए मदद करने में जुट गए हैं।