सार
बुंदेलखंड के गांवों में जल क्रांति की कहानी सुनाएगा 'स्वच्छ सुजल गांव'। 10 जनवरी से 26 फरवरी तक 'महाकुंभ' में होगा डिजिटल और पारंपरिक भारत का संगम।
प्रयागराज। महाकुंभ 2025 में इस बार श्रद्धालु न केवल आध्यात्मिक शांति का अनुभव करेंगे, बल्कि उत्तर प्रदेश के 'स्वच्छ सुजल गांव' की प्रेरक तस्वीर से भी रूबरू होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बुंदेलखंड के गांवों में जल जीवन मिशन से आई क्रांति को खासतौर पर प्रदर्शित किया जाएगा। 40 हजार स्क्वायर फीट में फैले इस अनोखे गांव में डिजिटल और सौर ऊर्जा से सजी उत्तर प्रदेश की नई कहानी पेश की जाएगी।
जल जीवन मिशन की बदली तस्वीर
कभी पानी के लिए तरसते बुंदेलखंड के गांव, अब हर घर जल की सुविधा और समृद्धि की मिसाल बन गए हैं। इस बदलाव को महाकुंभ में खास तौर पर प्रदर्शित किया जाएगा। यहां बांदा, झांसी, चित्रकूट, ललितपुर और महोबा जैसे जिलों की महिलाएं अपनी संघर्ष और सफलता की कहानियां साझा करेंगी। कभी पानी के अभाव में शादी से वंचित रहने वाले गांव अब जल जीवन मिशन से खुशहाल बन चुके हैं।
'जल मंदिर': जहां शिव की जटाओं से उतरेगा संरक्षण का संदेश
'स्वच्छ सुजल गांव' में एक विशेष 'जल मंदिर' बनाया गया है। इसमें भगवान शिव की जटाओं से गंगा के अवतरण का चित्रण होगा, जो यह संदेश देगा कि जल जीवनदायी है और इसका संरक्षण हमारा धर्म है। हर सुबह और शाम होने वाली 'जल आरती' के माध्यम से श्रद्धालु जल संरक्षण की महत्ता को समझेंगे।
खेल-खेल में जल संरक्षण के फायदे
गांव के डिजिटल गेमिंग जोन में श्रद्धालु खेलते हुए स्वच्छ जल के लाभ और दूषित जल के नुकसानों को समझ सकेंगे। यहां लगे डिजिटल स्क्रीन और टेक्नोलॉजी से यूपी के ग्रामीण एक क्लिक में अपने गांव की जलापूर्ति, नल, टैंकों और अन्य सुविधाओं की जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे।
'अतिथि देवो भवः' का सम्मान: जल प्रसाद और बदलाव की कहानियां
'स्वच्छ सुजल गांव' में आने वाले अतिथियों का स्वागत 'अतिथि देवो भवः' की परंपरा के अनुसार किया जाएगा। जूट और कपड़े के बैग में संगम का पवित्र जल, जल जीवन मिशन की डायरी और बुंदेलखंड के बदलाव की कहानियों से जुड़ी सामग्री दी जाएगी।
बुंदेलखंड की महिलाएं सुनाएंगी बदलाव की कहानी
बुंदेलखंड की वे महिलाएं, जो पानी के अभाव में कभी सिर पर बाल खो चुकी थीं, अब शुद्ध पानी की बदौलत आए बदलाव की गाथा खुद सुनाएंगी। ये कहानियां महाकुंभ में श्रद्धालुओं को प्रेरित करेंगी और जल जीवन मिशन की सफलता की गवाही देंगी।
40 हजार स्क्वायर फीट में सजा 'स्वच्छ सुजल गांव'
महाकुंभ में 10 जनवरी से 26 फरवरी तक इस गांव का दर्शन श्रद्धालु कर सकेंगे। 'पेयजल का समाधान, मेरे गांव की नई पहचान' थीम पर आधारित इस गांव में पीएम और सीएम आवास, ग्राम पंचायत भवन, सोलर एनर्जी और डिजिटल सुविधाओं के जरिए समृद्ध यूपी की झलक देखने को मिलेगी।
यह भी पढ़ें: महाकुंभ 2025 की भव्यता के साथ देखें 2025 का कैलेंडर, नोट करें शाही स्नान की डेट