गाजीपुर के पाकड़पुर गांव में जमीनी विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से हुए हमले में एक ही परिवार के 17 लोग घायल हो गए। महिलाओं और बच्चों तक पर हमला हुआ। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।

गाजीपुर। कागजों में चल रहा जमीनी विवाद जब कानून की दहलीज लांघकर सड़क पर उतर आता है, तो अंजाम खूनखराबे के रूप में सामने आता है। गाजीपुर के एक गांव में ऐसा ही भयावह मंजर देखने को मिला, जहां दिनदहाड़े लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से लैस लोगों ने एक परिवार पर हमला कर दिया। कुछ ही मिनटों में पूरा इलाका चीख-पुकार से भर गया। इस हिंसक झड़प में एक ही परिवार के 17 लोग घायल हो गए, जबकि घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

यह सनसनीखेज घटना शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम पाकड़पुर की है। लंबे समय से चले आ रहे जमीनी विवाद ने अचानक उग्र रूप ले लिया। आरोप है कि दबंगों ने अपने ही पड़ोसियों पर योजनाबद्ध तरीके से हमला किया और देखते ही देखते मामला खूनी संघर्ष में बदल गया।

घर में घुसकर बरसाए लाठी-डंडे और धारदार हथियार

पीड़ित पक्ष के अनुसार 16 दिसंबर 2025 की सुबह दर्जनों लोग फरसा, रम्मा, दाव, टांगी और लाठी-डंडों से लैस होकर घर में घुस आए। हमलावरों ने बिना कुछ कहे जानलेवा हमला शुरू कर दिया। इस दौरान महिलाएं, बच्चे, किशोर और बुजुर्ग तक नहीं बख्शे गए।

पीड़ित परिवार का कहना है कि विवादित जमीन का मामला न्यायालय में विचाराधीन है और यथास्थिति बनाए रखने का स्टे ऑर्डर भी लागू है। इसके बावजूद विपक्षी पक्ष जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहा था। इसी के विरोध में बात बिगड़ी और हिंसा भड़क उठी।

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महिलाओं की इज्जत पर भी हमला, कमरों में छिपकर बचाई जान

परिजनों ने आरोप लगाया कि हमले के दौरान महिलाओं और लड़कियों से छेड़छाड़ की गई। हालात इतने भयावह हो गए कि परिवार की महिलाएं कमरों में खुद को बंद कर किसी तरह अपनी जान और इज्जत बचाने में सफल रहीं।

घायलों का कहना है कि घटना से दो दिन पहले ही जान-माल की सुरक्षा को लेकर कोतवाली पुलिस को प्रार्थना-पत्र सौंपा गया था। लेकिन ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। पीड़ितों का आरोप है कि इसी लापरवाही ने हमलावरों को खुली छूट दे दी।

जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती घायल आरती यादव ने बताया कि अचानक दर्जनों लोग घर में घुस आए और सिर पर लाठी से वार किया गया, जिससे खून बहने लगा। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों तक को नहीं छोड़ा गया। घायल अभिषेक यादव ने बताया कि अगर समय रहते पुलिस कार्रवाई करती, तो यह हादसा रोका जा सकता था।

जिला अस्पताल में भर्ती 17 घायल, हालत स्थिर

डॉक्टर शुभम शर्मा ने जानकारी दी कि पाकड़पुर गांव से मारपीट में घायल 17 लोगों को जिला अस्पताल लाया गया है। सभी का इलाज चल रहा है और फिलहाल सभी की हालत स्थिर बताई जा रही है।

घटना का वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर हड़कंप मच गया है। वीडियो में महिलाएं, बुजुर्ग और युवक लाठी-डंडों के साथ एक-दूसरे पर हमला करते नजर आ रहे हैं, जिसने मामले की गंभीरता को और उजागर कर दिया है।

पुलिस का दावा, दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई

एसपी सिटी राकेश कुमार मिश्र ने कहा कि जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों में मारपीट हुई है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवार ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और स्थायी सुरक्षा की मांग की है। अब प्रशासन की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं।

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