सार

वाराणसी में प्रशासन द्वारा मीट, मटन और मछली की दुकानों को बंद करवाकर उन्हें अवैध घोषित कर दिया है। अब इन दुकानों से कोई भी मांस का विक्रमय नहीं कर सकेगा। इसलिए प्रशासन ने सभी अवैध दुकानों को सील कर दिया है।

वाराणसी. उत्तरप्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास लगने वाली सभी मांस, मछली की दुकानों पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। यहां मांस विक्रय पर प्रतिबंध लगाते हुए करीब 26 दुकानों को सील किया गया है। इन दुकानों पर नगर निगम में नोटिस भी चस्पा कर दिया है। जिसमें लिखा है कि ये दुकानें अवैध हैं।

2 किलोमीटर के दायरे में सील की दुकानें

प्रशासन द्वारा 1 मार्च से काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास दो किलोमीटर के दायरे में स्थित सभी मांस, मछली और मटन की दुकानों पर कार्रवाई की है। इन दुकानों को तुरंत बंद करवाकर ताला लगवा दिया गया है। इसी के साथ आगे से भी कोई मंदिर के दो किलोमीटर दूर दूर तक मांस मछली की दुकानें नहीं लगा सकेगा।

नगरनिगम की बैठक में प्रस्ताव पारित

आपको बतादें कि वाराणसी नगर निगम की बैठक में एक प्रस्ताव रखा गया था। जिसमें मंदिर परिसर के दो किलोमीटर दूर दूर तक मांस मछली की दुकानों पर प्रतिबंध लगाया गया था। हालांकि ये प्रस्ताव जनवरी माह की बैठक में ही पास हो गया था। लेकिन इसे 1 मार्च से अमल में लाया गया है।

इन्होंने की कार्रवाई

वाराणसी में हुई मांस मछली की दुकानों पर कार्रवाई पशु एवं चिकित्सा कल्याण अधिकारी डॉ अजय प्रतापसिंह के मार्गदर्शन में हुई। जिसमें कई टीमें वाराणसी के नई सड़क, शेख सलीम फाटक, बेनिया, सराय गोवर्धन आदि स्थानों पर पहुंची और इन दुकानों पर अवैध होने की कार्रवाई की गई। इस दौरान कुछ लोगों ने इस कार्रवाई का विरोध भी किया। लेकिन सभी अवैध दुकानों को तुरंत बंद कर दिया गया। उन्हें सील भी कर दिया है। अगर अब कोई इस कार्रवाई का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।