सार
यूपी पुलिस की टॉप 66 लिस्ट में से 3 अपराधी खत्म हो चुके हैं। महीने भर में दो माफिया पुलिस मुठभेड़ में मारे गए हैं, जबकि सूची में शामिल अतीक अहमद की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस लिस्ट में शामिल 5 अपराधी कल तक फरार चल रहे थे।
लखनऊ (Lucknow news): यूपी पुलिस की टॉप 66 लिस्ट में से 3 अपराधी खत्म हो चुके हैं। महीने भर में दो माफिया पुलिस मुठभेड़ में मारे गए हैं, जबकि सूची में शामिल अतीक अहमद की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस लिस्ट में शामिल 5 अपराधी कल तक फरार चल रहे थे। उनमें से माफिया मुख्तार अंसारी का गुर्गा जुगनू वालिया उर्फ हरविंदर को पंजाब पुलिस ने शनिवार को अरेस्ट कर लिया है। जानकारी के अनुसार, उसे ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाने की तैयारी है। 20 अपराधी जमानत पर जेल से बाहर है। योगी सरकार का अपराधियों के प्रति सख्त रूख देखकर ऐसे अपराधियों के होश फाख्ता हैं।
जेल से छूटते ही अनिल दुजाना ने गवाह को था धमकाया
अनिल दुजाना बीते 10 अप्रैल को ही जमानत पर रिहा हुआ था। पर जेल से बाहर आते ही उसने अपने ही एक केस के गवाह को धमकाना शुरु कर दिया। हफ्ते भर में उसके खिलाफ दो केस दर्ज हो गएं और एसटीएफ की टीम उसकी धरपकड़ में लग गई। बीते दिन उसका इनकाउंटर हो गया। उसके बाद से ही जमानत पर छूटे अपराधियों को डर सताने लगा है। जानकारों का कहना है कि उनका उठाया गया एक भी गलत कदम, उनके लिए मुसीबत बन सकता है। ऐसे अपराधियों के क्रिया कलापों पर पुलिस की पैनी नजर रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसे क्रिमिनल जेल से बाहर आते ही मौका मिलने पर फिर जरायम की दुनिया में सक्रिय हो जाते हैं।
जमानत पर जेल से बाहर हैं ये अपराधी
यूपी पुलिस की टॉप 66 लिस्ट में से जो 20 अपराधी जमानत पर जेल से बाहर हैं। उनमें एजाज, ब्रजेश कुमार सिंह, सुशील उर्फ मूंछ, विनोद शर्मा, प्रदीप सिंह उर्फ डब्बू सिंह, अनूप सिंह, गुड्डू सिंह, सुधीर सिंह, संजीव द्विवेदी उर्फ रामू द्विवेदी, अजय प्रताप सिंह उर्फ अजय सिपाही, राकेश यादव, विनोद उपाध्याय, सऊद अख्तर, बच्चू यादव, राजेश यादव, कमरूल हसन, जाबिर हुसैन शामिल हैं।