कुंभ मेला संपन्न हुआ, लेकिन श्रद्धालुओं की जेब ढीली हुई। विमान किराया, रहना और स्थानीय यातायात सामान्य से 50% से 300% तक महंगा। 49 हजार लोगों पर हुए सर्वेक्षण में खुलासा।
प्रयागराज: इस बार का कुंभ मेला बुधवार को समाप्त हो गया। करोड़ों श्रद्धालु देश-विदेश से आकर त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा चुके हैं। लेकिन इस बार का कुंभ उनके लिए आर्थिक रूप से काफी महंगा साबित हुआ। एक अध्ययन के अनुसार, विमान किराया और रहने की लागत में 50% से 300% तक की वृद्धि देखी गई। लोकल सर्कल संस्था ने देश के 303 जिलों से कुंभ मेले में आए 49 हजार श्रद्धालुओं से जानकारी जुटाकर एक रिपोर्ट जारी की है।
विमान किराया 300% तक महंगा: कुंभ मेले के दौरान, विभिन्न जगहों से प्रयागराज आने वाली उड़ानों के टिकटों की कीमतें मनमाने ढंग से बढ़ाई गई थीं, ऐसा आरोप है। इस बात की पुष्टि करते हुए, सर्वेक्षण में शामिल 25% लोगों ने बताया कि उन्होंने सामान्य किराए से 300% अधिक भुगतान किया। केवल 13% लोग ही सामान्य किराए पर यात्रा कर पाए। कुल मिलाकर 87% लोगों ने विमान किराए पर 50% से 300% तक अधिक खर्च किया।
रहने का खर्च भी 300% तक बढ़ा: लॉज, होटल, टेंट में रहने के लिए भी बहुत अधिक शुल्क वसूला गया। इस बारे में पूछे गए सवाल पर 67% लोगों ने बताया कि उन्होंने सामान्य से 50% से 300% तक अधिक भुगतान किया। केवल 26% लोगों ने ही बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के ठहरने की व्यवस्था की।
स्थानीय यातायात भी महंगा: प्रयागराज में स्थानीय यात्रा और नाव की सवारी के लिए 66% लोगों ने सामान्य से 50% से 300% तक अधिक भुगतान किया।
49 हजार श्रद्धालुओं से बात करके यह अध्ययन किया गया। इसमें 62% पुरुष और 38% महिलाएं शामिल थीं। 44% टियर 1, 25% टियर 2, और 31% टियर 3,4,5 और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों से जानकारी एकत्र की गई।
