योगी सरकार ने मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत आदिवासी, दिव्यांग, आपदा पीड़ित और वंचित वर्गों को 3.72 लाख पक्के मकान दिए हैं। फरवरी 2018 में शुरू योजना से वनटांगिया, मुसहर और बंजारा जैसे समुदायों को पहली बार आवास मिला।

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की दिशा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत आदिवासियों, दैवीय आपदा पीड़ितों, दिव्यांगजनों और समाज के सबसे वंचित वर्गों को रिकॉर्ड 3.72 लाख पक्के मकान आवंटित किए गए हैं। यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि योगी सरकार की प्राथमिकता विकास का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है।

फरवरी 2018 में शुरू हुई योजना, ग्रामीणों को मिला सम्मानजनक आवास

मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण की शुरुआत फरवरी 2018 में की गई थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले ऐसे परिवारों को पक्का और सुरक्षित घर देना है, जिनके पास रहने के लिए अपना आवास नहीं था या जो अत्यंत जरूरतमंद थे। योगी सरकार ने इस योजना को केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि गरीबों को सम्मान और सुरक्षा देने का माध्यम बनाया है।

जरूरत और संवेदनशीलता के आधार पर हुआ आवास आवंटन

योगी सरकार ने आवास आवंटन में साफ तौर पर जरूरतमंदों को प्राथमिकता दी है। योजना के तहत

  • 93,300 दैवीय आपदा पीड़ितों को पक्के मकान मिले
  • 91,062 दिव्यांगजनों को आवास आवंटित किए गए
  • 50,000 से अधिक मुसहर समुदाय के परिवारों को घर मिला
  • 41,000 से ज्यादा निराश्रित विधवा महिलाओं को पक्का आवास दिया गया

इन आंकड़ों से साफ है कि सरकार की नीतियां उन लोगों तक पहुंची हैं, जो लंबे समय तक योजनाओं से वंचित रहे।

वनटांगिया से बंजारा तक, पहली बार मिला अपना पक्का घर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कई ऐसे समुदायों को पहली बार बड़े पैमाने पर पक्का आवास मिला है, जिन्हें पहले कभी योजनाओं का वास्तविक लाभ नहीं मिल पाया था। इनमें वनटांगिया, मुसहर, थारू, कोल, सहरिया, चेरो, बैगा, नट और बंजारा जैसे अति पिछड़े और वंचित समुदाय शामिल हैं। ये वे वर्ग हैं, जो पहले केवल सरकारी आंकड़ों तक सीमित थे, लेकिन अब योगी सरकार के विजन के तहत इन्हें उनका वास्तविक हक मिला है।

अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक विकास पहुंचाने का संकल्प

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने यह सिद्ध किया है कि जब नीति में संवेदना और निर्णय में दृढ़ता होती है, तो समाज के सबसे कमजोर वर्गों का जीवन भी बदला जा सकता है। मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण इसका सशक्त उदाहरण है।