सार
नोएडा में पैर में फ्रैक्चर की समस्या लेकर अस्पताल पहुंचे मरीज की मौत के बाद हंगामा सामने आया। परिजन का आरोप था कि डॉक्टर ने फैक्चर की समस्या होने पर हार्ट का ऑपरेसन किया।
नोएडा: सेक्टर-62 स्थित फोर्टिस अस्पताल में चिकित्सकों पर लापरवाही से इलाज का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया गया। बताया गया कि मरीज को पैर में लगी चोट के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। हालांकि वहां पर चिकित्सकों के द्वारा मरीज के हार्ट का ऑपरेशन कर दिया गया। डॉक्टरों की इस लापरवाही से मरीज की मौत हो गई।
मरीज की एंजियोग्राफी के बाद की गई एंजियोप्लास्टी
परिजन ने बताया कि गाजियाबाद के निवासी बुजुर्ग दिनेश सक्सेना को बेड से गिरने के बाद पैर में फ्रैक्चर हो गया था। उन्हें फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पैर में फैक्चर का ऑपरेशन करने के बजाय डॉक्टरों ने मरीज की एंजियोग्राफी जांच करने के बाद एंजियोप्लास्टी कर दी। जबकि पहले भी मरीज की दो बार एंजियोप्लास्टी हो चुकी थी और पैर का ऑपरेशन समय पर नहीं किया गया था।
पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच में जुटी
बुधवार को डॉक्टर की इस लापरवाही के बाद मरीज की मौत हो गई। परिजन का आरोप है कि मरीज की मौत गलत ऑपरेशन किए जाने की वजह से हुई है। वहीं चिकित्सकों पर मरीज की मौत की बात को छिपाए जाने और शव को देने में आनाकानी करने का भी आरोप है। इस मामले में पुलिस से भी शिकायत की गई है। पुलिस का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई का निर्देश भी दिया गया है। वहीं इस मामले में फोर्टिस अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि हिप फ्रैक्चर की शिकायत मिलने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उन्हें ह्रदय, मधुमेह और सीओपीडी की बीमारी थी। अन्य बीमारी का पहले से ही इलाज किया गया था। वहीं इस घटना के बाद परिजनों का जमकर आक्रोश देखने को मिला है। उन्होंने अस्पताल प्रशासन और भी कई आरोप लगाए हैं। पुलिस का कहना है कि सभी आरोपों की जांच की जा रही है।
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