मनासर बाबा शिव मंदिर सौंखर के महंत द्वारिका दास और बजरंगबली मंदिर परछछ के महंत अर्जुन दास ने अपने पालतू कुत्ते कल्लू और कुतिया भूरी की शादी कराकर खुद को एक-दूसरे का समधी बताया। हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार रस्में निभाई गईं। बाकायदा बरात की निकासी, द्वारचार, भांवरे, कलेवा और विदाई भी हुई।