सार
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को वाराणसी के युवाओं ने श्रृंगार का सामान भेजा। चूड़ी, बिंदी के साथ ही उन्हें मस्तिष्क को ठीक करने और कीड़ी मारने की दवा भी भेजी गई है। इसे बीएचयू पोस्ट ऑफिस से भेजा गया है।
वाराणसी: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से रामचरितमानस पर की गई विवादित टिप्पणी के बाद लोगों की नाराजगी देखने को मिल रही है। विवादित टिप्पणी करने से आहत प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र काशी के युवाओं ने स्वामी प्रसाद मौर्य को एक डाक भेजा है। इस डाक द्वारा स्वामी प्रसाद के निजी पते पर बिंदी, सिंधुर, चूड़ी, लिपस्टिक, महावर, कंधी, शीशा, मस्तिष्क सही करने व कीड़ी मारने की दवा भेजी गई है। इस डाक को भेजने के साथ ही बीएचयू पोस्ट ऑफिस से विरोध जताया गया।
'देश को बांटना चाहते हैं स्वामी प्रसाद मौर्य'
दीपक सिंह राजवीर ने बताया की स्वामी प्रसाद मौर्या सिर्फ और सिर्फ देश को बांटना चाहते है। स्वामी प्रसाद का न कोई सिद्धांत है न कोई विचार, यह एक मौकापरस्त व्यक्ति हैं। स्वामी प्रसाद के द्वारा बहन कुमारी मायावती के चरण छूने से गाली देने तक का सफर तय किया गया। इसके बाद वह मौका मिलते ही भाजपा में शामिल हुए। लेकिन धन उगाई और परिवार के लोगों को मनमाफिक टिकट न दिलवाने के कारण कम समय मे समाजवादी पार्टी मे शामिल हुए। यह समय के साथ विचारधारा व पार्टी बदलने में माहिर है। हमारे सनातनी परंपरा इतिहास और ग्रंथों पर ऐसे व्यक्तियों के द्वारा प्रश्रचिन्ह लगाना मूर्खतापूर्ण और राजनैतिक साजिश मात्र है।
पहले भी कई जगहों पर लोग जता चुके हैं नाराजगी
आपको बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस को लेकर विवादित टिप्पणी करने के साथ ही इस पर बैन लगाने तक की बात कही थी। इस बात को लेकर लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इसी कड़ी में अब वाराणसी से उन्हें विरोध स्वरूप यह डाक भेजा गया है। इस डाक के जरिए महिलाओं के श्रृंगार का सामान और कीड़ी मारने व मस्तिष्क को ठीक करने की दवा भेजी गई है। लोगों ने इस तरह से अनोखे अंदाज में अपनी नाराजगी जाहिर की है। ज्ञात हो कि काशी में पहले भी कई जगहों पर स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ है। उनके पुतले भी जलाए गए हैं।