सार
उमेश पाल हत्याकांड में फरार 5 शूटरों पर इनाम की राशि बढ़ा दी गई है। ज्ञात हो कि कानपुर के बिकरू कांड पर विकास दुबे पर भी 5 लाख के इनाम का ऐलान किया गया था।
प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड के 18 दिन बीतने के बाद भी यूपी पुलिस ज्यादातर शूटरों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पुलिस ने अभी तक मामले में अरबाज और विजय चौधरी उर्फ उस्मान को ढेर कर दावा किया गया है कि यह दोनों भी उमेश पाल की हत्या में शामिल थे। प्रयागराज पुलिस और एसटीएफ की टीम शूटरों की तलाश में जुटी हुई है। यूपी पुलिस की ओर से बनाई गई हिट लिस्ट में माफिया अतीक अहमद का बेटा असद, अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर हैं। इन सभी पर पुलिस की ओर से ईनाम राशि को भी बढ़ा दिया गया है।
शूटरों की राशि को बढ़ाकर किया गया 5-5 लाख
आपको बता दें कि उमेस पाल हत्याकांड को अंजाम देने वाले माफिया अतीक के बेटे असद और चार अन्य शूटरों पर इनाम की राशि ढाई-ढाई लाख से बढ़ाकर 5-5 लाख कर दी है। इन सभी की तलाश में पुलिस यूपी ही नहीं पड़ोसी देश नेपाल तक में तलाश कर रही है। आपको बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक अहमद का परिवार सबसे बड़ा इनामी और यूपी मोस्ट वांटेड बन गया है। गौरतलब है कि डीजीपी मुख्यालय में 5 की गिरफ्तारी में इनाम की धनराशि शुरुआत में 50-50 हजार रुपए की गई थी। उसके बाद इनाम की राशि को बढ़ाकर ढाई-ढाई लाख रुपए किया गया। सोमवार को प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने वारदात के आरोपी शूटर अरमान, असद, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर की इनाम की राशि को बढ़ाकर 5-5 लाख रुपए करने का आदेश जारी किया गया।
पुलिस शाइस्ता की भी तलाश में जुटी
आपको बता दें कि जिन लोगों पर बड़े इनाम की घोषणा की गई है उसमें अतीक के बेटे असद का नाम भी शामिल है। आजादी के बाद से अभी तक फरार आरोपियों या किसी भी आरोपी पर इतना बड़ा इनाम घोषित नहीं हुआ था। वहीं जानकार बताते हैं कि महज कुछ ही लोगों पर लाख रुपए का इनाम रखा गया था। ज्ञात हो कि प्रयागराज में सबसे पहले एक लाख का इनाम 2010 में अशरफ पर रखा गया था। उमेश पाल की हत्या के बाद मामले में शाइस्ता की तलाश भी पुलिस के द्वारा की जा रही है। पुलिस शाइस्ता की तलाश भी कर रही है और उस पर भी इनाम का ऐलान किया गया है।
विकास दुबे पर भी की गई थी 5 लाख के इनाम की घोषणा
कानपुर के बिकरू कांड में आरोपी विकास दुबे पर भी 5 लाख रुपए के इनाम की घोषणा की गई थी। आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद कानपुर के चौबेपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। घटना के बाद विकास दुबे पर पहले 25 हजार रुपए इनाम घोषित किया गया था। इसके बाद इनाम की राशि को बढ़ा-बढ़ाकर 5 लाख किया गया था।