सीएम योगी ने अखिल भारतीय पुरुष कबड्डी प्रतियोगिता-2025 में खिलाड़ियों को सम्मानित किया और युवाओं को खेल से जुड़ने का आह्वान किया। यूपी विजेता बना। सरकार खिलाड़ियों को नौकरी, अभ्यास सुविधा और प्रोत्साहन राशि दे रही है। 

गोरखपुर, 4 दिसंबर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को खेल से जुड़ने का संदेश देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की भी यही अपेक्षा है कि हर युवा कम से कम एक खेल में अवश्य हिस्सा ले। उन्होंने कहा कि “खेलोगे तो खिलोगे” सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि जीवन का महत्वपूर्ण सिद्धांत है। योगी ने कबड्डी की टीम भावना, स्फूर्ति और एकता का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि भारत में प्राचीन काल से ही खेलों की मजबूत परंपरा रही है।

सीएम योगी ने रीजनल स्टेडियम में आयोजित ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज सप्तम् अखिल भारतीय प्राइजमनी पुरुष कबड्डी प्रतियोगिता-2025 के विजेताओं को सम्मानित किया।

स्वस्थ शरीर से ही पूरी होती हैं जीवन की सभी साधनाएं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धर्म और जीवन के सभी साधन तभी सफल होते हैं जब व्यक्ति शारीरिक रूप से स्वस्थ हो। फिटनेस रखने से शरीर निरोगी रहता है और मनुष्य बेहतर प्रदर्शन कर पाता है।

उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में पीएम मोदी की प्रेरणा से पूरे देश में खेल संस्कृति तेजी से बढ़ी है। इसी का परिणाम है कि भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन ओलंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ और विश्व चैंपियनशिप में लगातार बेहतर हुआ है।

देशभर में सांसद-विधायक खेलकूद प्रतियोगिताएं, "खेलो इंडिया" कार्यक्रम और विभिन्न स्तरों पर बनाए जा रहे खेल केंद्रों ने युवा खिलाड़ियों में नई ऊर्जा पैदा की है।

यूपी में खेल ढांचा तेजी से विकसित हो रहा है

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पहले तीन स्पोर्ट्स कॉलेज थे। सरकार का लक्ष्य है कि हर कमिश्नरी मुख्यालय पर एक स्पोर्ट्स कॉलेज, हर जिला मुख्यालय पर स्टेडियम और ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम बने।

उन्होंने बताया कि पंचायतों को मिलने वाला वित्त आयोग का पैसा भी अब खेल मैदान, ओपन जिम और खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने पर खर्च किया जा रहा है।

मेरठ में मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बन रही है और इस वर्ष इसका पहला सत्र भी शुरू हो चुका है। स्टेडियम, इनडोर हॉल और विश्वविद्यालय की अन्य सुविधाओं को ओलंपिक और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2030 का कॉमनवेल्थ गेम्स अहमदाबाद में आयोजित होगा, जो भारतीय खेलों के लिए ऐतिहासिक मौका होगा।

12 टीमों और 168 खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा

प्रतियोगिता में सात वर्षों से लगातार आयोजन हो रहा है। इस बार 12 टीमों के 168 खिलाड़ी और 24 कोच-मैनेजर शामिल हुए।

प्रतिभागी राज्यों और संस्थाओं में—राजस्थान, हरियाणा, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, विदर्भ, मध्य प्रदेश, पूर्वोत्तर रेलवे, भारतीय सेना, जेबी एकेडमी और उत्तर प्रदेश की टीमें शामिल थीं।

यूपी विजेता, पूर्वोत्तर रेलवे उपविजेता—सीएम ने दी बधाई

सीएम योगी ने विजेता उत्तर प्रदेश टीम और उपविजेता पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर को बधाई दी।

उन्होंने कहा कि यूपी सरकार खिलाड़ियों को बड़ी सुविधाएँ और प्रोत्साहन दे रही है। जो खिलाड़ी ओलंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ या विश्व चैंपियनशिप में मेडल लाएगा, उसे सीधे सरकारी नौकरी दी जाएगी।

योगी ने बताया कि खिलाड़ियों को डिप्टी एसपी, तहसीलदार और अन्य महत्वपूर्ण पद भी दिए गए हैं।

उन्होंने घोषणा की:

प्रतियोगिता में भाग लेने की अवधि खिलाड़ी की नौकरी का हिस्सा मानी जाएगी।

सरकारी नौकरी पाने वाले खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए भी पूरा समय और सुविधा दी जाएगी।

अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी में समायोजित किया जा चुका है।

विभिन्न खेलों में भाग लेने और मेडल जीतने पर अलग-अलग श्रेणी के पुरस्कार भी घोषित किए गए हैं।

खेल से विकसित होती है टीम भावना और अनुशासन

मुख्यमंत्री ने कहा कि कबड्डी लीग के चलते यह खेल बहुत लोकप्रिय हुआ है। कबड्डी में रेड, टेकल और बोनस पॉइंट सिर्फ खेल की तकनीक नहीं बल्कि युवा ऊर्जा के प्रतीक हैं।

हर खेल युवाओं में अनुशासन, आत्मविश्वास, त्वरित निर्णय लेने की क्षमता और टीमवर्क की भावना को मजबूत करता है।

उन्होंने कहा कि खेल सिखाता है कि सफलता सामूहिक प्रयास से मिलती है, यही नए भारत की शक्ति है।

कार्यक्रम में मौजूद प्रमुख लोग

इस अवसर पर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, विधान परिषद सदस्य डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक फतेह बहादुर सिंह, महेंद्र पाल सिंह, प्रदीप शुक्ला, भाजपा जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, डॉ. विभ्राट चंद कौशिक, पूर्व महापौर डॉ. सत्या पांडेय, कृषि उत्पादन आयुक्त दीपक कुमार, खेल निदेशक डॉ. आरपी सिंह समेत अनेक अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।