सार
महाकुंभ 2025 : प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है। मेला क्षेत्र में बनाई गई लोहे की सड़कों पर जबर्दस्त फिसलन के कारण श्रद्धालु आए दिन चोटिल हो रहे हैं। अगर आप महाकुंभ में जाने की योजना बना रहे हैं, तो इन खतरनाक रास्तों से बचकर रहें, नहीं तो थोड़ी सी असावधानी आपको अस्पताल तक ले जा सकती है.
लोहे की सड़कों पर बढ़ता खतरा
महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज मेला क्षेत्र में बनाई गई लोहे की चकर्ड प्लेट सड़कों पर तेज फिसलन का खतरा बढ़ गया है। इन सड़कों पर न तो किसी प्रकार की ग्रिप है और न ही किसी मुरम्मत का कोई काम किया गया है। यह सड़कों की स्थिति श्रद्धालुओं और राहगीरों के लिए खतरे का कारण बन रही है। लोहे की इन सड़कों पर खतरनाक फिसलन बनी हुई है, जिससे हर रोज श्रद्धालु और बाइक सवार घायल हो रहे हैं।
विशेष रूप से पुल नंबर 5 के नीचे और पुल नंबर 6 की ओर जाने वाले ढलान पर यह समस्या और भी गंभीर हो गई है। स्थानीय वरिष्ठ समाजसेवी आरडी केशरवानी का कहना है कि उनका कैंप भी इसी मार्ग से होकर गुजरता है, और यह रास्ता इतना खतरनाक है कि जरा सी चूक से वाहन फिसल सकते हैं। रोजाना कई लोग इन चिकनी प्लेटों के कारण घायल हो रहे हैं। हाल ही में नैनी निवासी आरडी केशरवानी भी इस मार्ग पर बाइक से फिसलकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
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मेला क्षेत्र में अन्य खतरनाक रास्ते
महाकुंभ के मेला क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी इन लोहे की सड़कों पर फिसलन का खतरा बना हुआ है। अगर प्रशासन इस समस्या का तत्काल समाधान नहीं करता है, तो यह स्थिति और भी विकराल हो सकती है। करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए यह खतरा बन सकता है। महाकुंभ 2025 की शुरुआत में अब कुछ ही दिन बाकी हैं, लेकिन मेला प्रशासन की तैयारियां अधूरी नजर आ रही हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए इन सड़कों की मरम्मत और ग्रिप बढ़ाने के उपाय तुरंत किए जाने चाहिए। अगर यही स्थिति रही, तो श्रद्धालुओं के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है।
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