Uttar Pradesh Transport Department: उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग को सीएम योगी आदित्यनाथ ने नई सौगातें दीं। रोड सेफ्टी, इलेक्ट्रिक बसें, आधुनिक बस स्टेशन, सरल परिवहन हेल्पलाइन 149 और डिजिटल सेवाओं के साथ यूपी पब्लिक ट्रांसपोर्ट को नई दिशा मिलेगी।

UPSRTC Electric Buses News: राजधानी लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शनिवार को आयोजित भव्य समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की कई नई योजनाओं और सेवाओं का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने 400 नई बसों को हरी झंडी दिखाई, 1.5 लाख जनसेवा केंद्रों के माध्यम से 45 से अधिक सेवाओं को जनता तक पहुंचाने की सुविधा लॉन्च की और डिजिटल लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रमों की श्रृंखला पूरी की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) केवल परिवहन सेवा प्रदाता नहीं, बल्कि विकसित भारत की परिकल्पना का सारथी है। उन्होंने इस अवसर पर विभाग की ऐतिहासिक भूमिका, भविष्य की चुनौतियां और अवसरों को विस्तार से रेखांकित किया।

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समय की रफ्तार से चलना ही सफलता की कुंजी

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “यदि कोई समाज या संस्था समय की गति से पीछे चलता है तो वह हमेशा पीछे ही रह जाता है। लेकिन यदि वही समाज समय से दो कदम आगे बढ़ने का सामर्थ्य रखता है तो विजयश्री का ध्वज उसी के हाथों में होता है।” उन्होंने परिवहन विभाग से शॉर्ट टर्म (3 वर्ष), मीडियम टर्म (10 वर्ष) और लॉन्ग टर्म (22 वर्ष) योजनाओं पर अमल करने की अपील की।

संकट काल में निभाई ऐतिहासिक जिम्मेदारी

सीएम ने 2019 प्रयागराज महाकुंभ और कोरोना महामारी के दौरान विभाग की भूमिका को याद किया।

  • कोरोना काल में जब लाखों प्रवासी श्रमिक अपने राज्यों को लौट रहे थे, तब यूपी परिवहन विभाग ने न केवल राज्य के भीतर बल्कि बिहार, झारखंड, ओडिशा, असम, पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड तक प्रवासियों को सुरक्षित पहुंचाया।
  • प्रयागराज महाकुंभ में भी विभाग ने रेलवे स्टेशनों और सड़कों पर उमड़ी भीड़ को व्यवस्थित करते हुए करोड़ों श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुँचाया।

सीएम ने कहा कि यह विभाग हर संकट की घड़ी में भरोसेमंद साथी साबित हुआ है।

सड़क सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर साल सड़क हादसों में कोरोना से भी ज्यादा जानें जाती हैं। इनमें अधिकांश युवा होते हैं। यह न केवल परिवार के लिए त्रासदी है बल्कि समाज और सरकार के लिए भी बड़ी चिंता है।

उन्होंने निर्देश दिए-

  • बस चालकों की हर 3 महीने में मेडिकल और फिटनेस जांच अनिवार्य होगी।
  • आंखों की जांच विशेष रूप से जरूरी होगी ताकि दृष्टि दोष के कारण दुर्घटनाएं न हों।
  • सड़क पर “अंदाजे से गाड़ी चलाने” की छूट किसी को नहीं दी जाएगी।

जागरूकता और तकनीकी सहयोग जरूरी

सड़क सुरक्षा पर बल देते हुए सीएम ने कहा-

  • IIT खड़गपुर और यूपी पुलिस के साथ मिलकर तकनीकी और व्यवहारिक समाधान खोजे जाएंगे।
  • स्कूलों में ट्रैफिक नियमों पर शिक्षा दी जाएगी।
  • हेलमेट, सीट बेल्ट, नशे में ड्राइविंग और ओवरस्पीडिंग पर कड़े नियम लागू होंगे।
  • मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिए बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।

नेट ज़ीरो लक्ष्य और इलेक्ट्रिक बसें

सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेट ज़ीरो एमिशन लक्ष्य को पूरा करने में इलेक्ट्रिक बसें अहम भूमिका निभाएंगी।

  • यूपी में गांव-गांव कनेक्टिविटी और बेहतर पब्लिक ट्रांसपोर्ट से न सिर्फ प्रदूषण घटेगा, बल्कि 3 लाख रोजगार भी सृजित हो सकते हैं।
  • निजी क्षेत्र की भागीदारी से चार्जिंग स्टेशनों का जाल बिछाया जाएगा।

आधुनिक बस स्टेशन और स्क्रैपिंग नीति

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पीपीपी मॉडल पर बनने वाले 7 आधुनिक बस स्टेशनों का शिलान्यास किया। इनमें प्रयागराज, गाजियाबाद, लखनऊ और अयोध्या जैसे शहर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि-

  • बस स्टेशन विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस हों।
  • पुराने वाहनों की स्क्रैपिंग नीति को तेजी से लागू किया जाए।
  • ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स को और मजबूत किया जाए।

नई सेवाओं और नियुक्तियों का शुभारंभ

  • सरल परिवहन हेल्पलाइन 149 लॉन्च की गई।
  • डिजिटल बस ट्रैकिंग ऐप (मार्गदर्शक) की शुरुआत की गई।
  • इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट की नई बुकलेट जारी हुई।
  • 400 नई बसें (इलेक्ट्रिक, सीएनजी, डबल डेकर सहित) हरी झंडी दिखाकर रवाना की गईं।
  • तीन महिला परिचालकों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए।
  • विभिन्न निवेशकों और सेवा केंद्रों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा कि परिवहन विभाग केवल यात्रा का साधन नहीं है, बल्कि यह विकसित उत्तर प्रदेश की रफ्तार तय करने वाला सारथी है। सड़क सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण, आधुनिक बस स्टेशन और डिजिटल सेवाओं के जरिए यूपी आने वाले वर्षों में भारत के सबसे बेहतर पब्लिक ट्रांसपोर्ट मॉडल के रूप में उभरेगा।

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