सार

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के मंगलवार को नतीजे जारी हुए। कानपुर की बेटी कृतिका मिश्रा ने हिंदी मीडियम से देश में पहला स्थान हासिल किया है। हालांकि ओवरऑल उन्हें 66वीं रैंक मिली है।

लखनऊ (UP News)। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के मंगलवार को नतीजे जारी हुए। कानपुर की बेटी कृतिका मिश्रा ने हिंदी मीडियम से देश में पहला स्थान हासिल किया है। हालांकि ओवरऑल उन्हें 66वीं रैंक मिली है। टीचर डॉ. दिवाकर मिश्रा की बेटी कृतिका ने 2015 का बाल श्री पुरस्कार भी जीता था। उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी से आशीर्वाद भी लिया था। उनके पिता दिवाकर मिश्रा इंटर कॉलेज में प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं। मॉं एलआईसी में काम करती हैं। उनकी छोटी बहन मुदिता मिश्रा भी कीर्तिमान रच चुकी हैं। वह युवा संसद की प्रथम विजेता रही हैं। उन्होंने पीएम मोदी के सामने भाषण दिया था। कृतिका शुरुआती दिनों से ही पढ़ाई में होशियार थी। उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और राज्यपाल से सम्मान भी प्राप्त कर चुकी हैं।

आदित्य बने आईपीएस, अर्णव आईएएस

रायबरेली के आदित्य प्रताप सिंह को सफलता हासिल हुई है। धमसी राय के पुरवा सरस्वती नगर के रहने वाले आदित्य के पिता अनिल प्रताप सिंह यूपी पुलिस में सिपाही थे। साल 2018 में उनकी सड़क हादसे में मौत के बाद भी मॉं गीता देवी ने परिवार की जिम्मेदारी अपने कंधो पर उठाई। उनकी पढ़ाई में कोई दिक्कत न हो। इसलिए वह अपने नाना के घर रहने लगे। नतीजों के अनुसार, वह आईपीएस बने हैं। रायबरेली के ही रहने वाले वकील अजय मिश्रा और शिक्षक नीता मिश्रा के बेटे अर्णव मिश्रा आईएएस बने हैं। उनकी 56वीं रैंक आई है। उनकी बहन आयुषी मिश्रा आईएफएस अधिकारी के रूप में काम कर रही हैं।

साल 2018 में पिता की मौत के बाद नाना के घर रहकर की तैयारी

आदित्य प्रताप सिंह के पिता की साल 2018 में मौत हो गई थी। उनकी तैयारी ठीक से चल सके। इसलिए वह अपने नाना के घर चले गए थे। उनके नाना महराजगंज स्थित असनी के रहने वाले हैं और ब्लाक प्रमुख भी रह चुके हैं। आदित्य ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, कोलकाता से एलएलबी किया है। उसके बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज के तैयारी की राह चुनी। इसकी प्रेरणा उन्हें अपनी बहन से मिली। उनकी बहन अंजली वर्मा आईएएस हैं। उनका चयन साल 2020 में हुआ था। उन्हें तैयारी के लिए अपनी बहन से गाइडेंस मिला।