सार

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को जल्द ही इंटरनेशनल स्टेडियम की सौगात मिलेगा। इस इंटरनेशनल स्टेडियम के निर्माण में तमाम सुविधाओं का खास ख्याल रखा जा रहा है।

वाराणसी: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम का तोहफा मिलने जा रहा है। बीसीसीआई यानी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और सचिव जय शाह ने इस पर मंगलवार को मुहर लगा दी है। तकनीकि टीम के साथ इस इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के लिए प्रस्तावित भूमि का निरीक्षण भी किया गया है। निरीक्षण के बाद घंटों तक चली मैराथन बैठक में स्टेडियम के डिजाइन और उसमें आधुनिक सुविधाओं को लेकर बन रही लिस्ट को भी अंतिम रूप दिया गया। माना जा रहा है कि पीएम मोदी 24 मार्च को वाराणसी दौरे के दौरान इस इंटरनेशल स्टेडियम की आधारशिला रख सकते हैं।

किसानों से जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया हुई पूरी

बताया जा रहा है कि यह स्टेडियम तकरीबन 300 करोड़ की राशि से बनकर तैयार होगा और इसके लिए 31 एकड़ जमीन की खरीद प्रक्रिया को भी पूरा कर लिया गया है। इस 31 एकड़ जमीन में ग्राम सभा की 14 एकड़ जमीन भी शामिल है। इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के लिए अधिग्रहित जमीन के बदले उनके मालिकों को यानी की किसानों को 121 करोड़ का मुआवजा भी दिया जा चुका है। वहीं यूपी सरकार किसानों से अधिग्रहित जमीन के टुकड़ों को अब लीज पर बीसीसीआई को देने जा रही है। जिसके बाद यहां पर इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण करवाया जाएगा।

इन चीजों का रखा जा रहा है खास ख्याल

रिपोर्टस के अनुसार इस स्टेडियम में तीस हजार से ज्यादा दर्शकों के बैठने की सुविधा होगी। यहां खिलाड़ियों के अभ्यास करने, रहने के लिए हॉस्टल समेत कई सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा। पवेलियन के अतिरिक्त चार ड्रेसिंग रूम और 3 प्रैक्टिस ग्राउंड भी बनाए जाएंगे। बारिश के दौरान पानी निकालने के लिए खास आधुनिक सिस्टम लगाया जाएगा और डे-नाइट मैच के लिए बेहतरीन एलईडी लाइटें भी लगवाई जाएंगी। इंटरनेशनल स्टेडियम के निर्माण के साथ ही पार्किंग व्यवस्था का भी खास ख्याल रखा जा रहा है। माना जा रहा है कि यह स्टेडियम अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम की तर्ज पर ही बनेगा। क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आरपी सिंह के द्वारा जानकारी दी गई कि जमीन खरीद की औपचारिकताएं लगभग पूरी कर ली गई हैं। जल्द ही अनुबंध पर हस्ताक्षर किया जाएगा। उसके बाद स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

उमेश पाल हत्याकांड: सिपाही ने फंसने के बाद खोल दिया अधिकारियों का कच्चा चिट्ठा, कई नए नाम भी आए सामने