डबल इंजन सरकार की उज्ज्वला योजना से वाराणसी में साढ़े आठ सालों में करीब ढाई लाख घरों को निशुल्क एलपीजी गैस कनेक्शन मिले। इससे महिलाओं को चूल्हे के धुएं से राहत मिली और स्वास्थ्य में सुधार हुआ। योजना पर अब तक 39.88 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
वाराणसी। डबल इंजन की सरकार महिलाओं की सेहत और सुविधा को लेकर विशेष रूप से संवेदनशील है। महिलाओं को रसोई के धुएं से होने वाली बीमारियों से बचाने के उद्देश्य से सरकार वित्तीय वर्ष 2016-17 से उज्ज्वला योजना के तहत निशुल्क एलपीजी गैस कनेक्शन उपलब्ध करा रही है।
उज्ज्वला योजना से महिलाओं का जीवन हुआ धुआं मुक्त
लकड़ी और कोयले के चूल्हे पर खाना बनाना महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक था। उज्ज्वला योजना के माध्यम से सरकार महिलाओं को चूल्हे से निकलने वाले धुएं से मुक्ति दिला रही है। बीते साढ़े आठ वर्षों में सरकार ने वाराणसी जिले में लगभग ढाई लाख घरों में गैस कनेक्शन देकर महिलाओं के जीवन को धुआं मुक्त बनाया है।
वाराणसी में उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन का आंकड़ा
जिला आपूर्ति अधिकारी के.बी. सिंह ने बताया कि वाराणसी जिले में उज्ज्वला योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2016-17 से 2024-25 तक कुल लगभग 39.88 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। गैस कनेक्शन के साथ लाभार्थियों को एलपीजी सिलेंडर, रेगुलेटर और पाइप निशुल्क दिए गए हैं।
वर्षवार उज्ज्वला योजना के तहत दिए गए एलपीजी कनेक्शन
साढ़े आठ वर्षों में उज्ज्वला योजना के अंतर्गत दिए गए गैस कनेक्शन इस प्रकार हैं:
| साल | कनेक्शन |
| 2016-17 | 53,888 |
| 2017-18 | 5,501 |
| 2018-19 | 84,804 |
| 2019-20 | 31,552 |
| 2020-21 | 279 |
| 2021-22 | 44,680 |
| 2022-23 | 10,862 |
| 2023-24 | 9,679 |
| 2024-25 | 8,014 |
उज्ज्वला योजना से महिलाओं को राहत और स्वास्थ्य लाभ
उज्ज्वला योजना से महिलाओं को स्वच्छ ईंधन मिला है, जिससे उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है और रसोई का काम भी आसान बना है। यह योजना महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।


