सार

उत्तराखंड में बेटी के जन्म पर क्रोधित पति ने पत्नी को हथौड़े और पेचकस से बेरहमी से पीटा। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद सामने आई दर्दनाक हकीकत।

Uttarakhand News: उत्तराखंड से एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक महिला को सिर्फ इसलिए हैवानियत का शिकार होना पड़ा क्योंकि उसने एक बेटी को जन्म दिया। यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो के बाद सुर्खियों में आया, जिसमें महिला पर उसके पति द्वारा किए गए अत्याचार साफ तौर पर दिखाई दे रहे हैं।

क्या है पूरा मामला?

यह वारदात उत्तराखंड के एक इलाके की है, जहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को बुरी तरह पीटा और उस पर हथौड़े व पेचकस से हमला कर दिया। इस दंपति की शादी नवंबर 2022 में हुई थी और हाल ही में महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया। इसी बात को लेकर पति और ससुराल वाले नाराज़ चल रहे थे।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिखी दरिंदगी की हदें

वायरल वीडियो में आरोपी पति अपनी पत्नी को मारते हुए, बाल खींचते हुए और एक हाथ में पेचकस थामे हुए दिखाई दे रहा है। महिला चीखती रही, लेकिन उस पर हमले बंद नहीं हुए। आसपास के लोगों ने जब बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो आरोपी ने उन्हें भी धमकाया।

https://youtu.be/PqsMflvYnzY?si=9IDYPMgHZAkj0aR3&t=49

कुर्ते पर खून और चेहरे पर दर्द की चीख

वीडियो में महिला का कुर्ता खून से सना दिखा। उसने बताया कि उसके पति ने उसे घर बुलाया और फिर दरवाजा बंद करके उस पर हमला किया। महिला का दावा है कि आरोपी ने उसके कानों में पेचकस डालने तक की कोशिश की और उसे जान से मारने की धमकी दी।

दहेज और बेटे की चाह बना वजह

पीड़िता के अनुसार, शादी के बाद से ही ससुराल वाले दहेज की मांग कर रहे थे। बेटी के जन्म के बाद यह नाराजगी और बढ़ गई। पीड़िता की मां ने भी कहा कि लड़की के जन्म के कारण उसे प्रताड़ित किया गया और आखिर में उस पर हथियारों से हमला कर दिया गया।

उत्तराखंड पुलिस पर लापरवाही का आरोप

महिला ने बताया कि उसने इस पूरे मामले की शिकायत स्थानीय पुलिस, महिला हेल्पलाइन, मुख्यमंत्री पोर्टल और राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) तक में की। लेकिन शुरुआत में उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार, 30 मार्च को केस दर्ज हुआ और आरोपी पति को पुलिस रिमांड पर ले लिया गया।

क्या कहता है ये मामला?

सर्किल ऑफिसर दीपक सिंह ने बताया कि 30 मार्च को पुलिस स्टेशन में कई धाराओं के तहत आधिकारिक तौर पर मामला दर्ज किया गया था। जिन्हें बाद में मेडिकल रिपोर्ट और गवाहों के बयानों के आधार पर संशोधित किया गया। फिलहाल आरोपी पुलिस रिमांड पर है. जांच की जा रही है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।