सार

सैमसंग ने भारत में अपना सीएसआर प्रोग्राम सैमसंग इनोवेशन कैंपस लॉन्च किया। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर भी इस मौके पर मौजूद थे। इस प्रोग्राम के जरिये देश के युवा फ्यूचर टेक्निक डोमेन में आगे बढ़ सकेंगे। 

टेक डेस्कः सैमसंग ने गुरुवार को एआई, आईओटी, बिग डेटा और कोडिंग और प्रोग्रामिंग जैसे भविष्य के तकनीकी डोमेन में युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए भारत में अपना सीएसआर कार्यक्रम 'सैमसंग इनोवेशन कैंपस' (Samsung Innovation Campus) लॉन्च किया। यह भारत का एक मजबूत भागीदार होने और सरकार के साथ काम करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है। देश के युवाओं और #PoweringDigitalIndia को सशक्त बनाने का यह एक मिशन है। 

समझौता ज्ञापन पर हुआ साइन
पूरे भारत में 3,000 कम-विशेषाधिकार प्राप्त छात्रों के पहले बैच को प्रशिक्षित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन का गुरुवार को सैमसंग और भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र कौशल परिषद (ईएसएससीआई) के बीच आदान-प्रदान किया गया। राज्य मंत्री कौशल विकास और उद्यमिता और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर की उपस्थिति में यह करार हुआ। 

दुनिया भर में कुशल भारतियों की बढ़ी है मांग
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि देश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है बल्कि दुनिया भर में प्रतिभाशाली और कुशल भारतीयों की मांग बढ़ रही है। युवाओं में स्किल केवल रोजगार पाने के बारे में नहीं होना चाहिए। बल्कि रोजगार और रोजगार के प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करने की तरह होना चाहिए। उनकी समृद्धि उनके पासपोर्ट के रूप में दिखना चाहिए। जितना अधिक रोजगारोन्मुखी कौशल होगा, यह छात्रों और युवा भारतीयों के लिए उतना ही अधिक आकांक्षी होगा। यह माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी की दृष्टि है कि डिजिटल अवसर प्रत्येक भारतीय के लिए समान रूप से उपलब्ध होना चाहिए। न केवल प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के साथ बल्कि टियर 2 और टियर 3 शहरों में विश्वविद्यालयों और संस्थानों के साथ भी प्रयास किए जाने चाहिए।

सरकार के नजरिये का सम्मान करता है सैमसंग
सैमसंग साउथवेस्ट एशिया के प्रेसिडेंट और सीईओ श्री केन कांग ने कहा, “सैमसंग भारत में 26 साल से अधिक समय से है और अपनी विकास गाथा में एक प्रतिबद्ध भागीदार है। हम सरकार के नजरिये का सम्मान करते हैं। हम इससे कनेक्टेड भी हैं। हम सैमसंग इनोवेशन कैंपस के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाना चाहते हैं। भविष्य के तकनीकी डोमेन में अवसर पैदा करना चाहते हैं, जिससे नए भारत की विकास कहानी को और बढ़ावा मिलेगा।

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