सार
अब ये भी सवाल आने लगा था कि क्या ओपनएआई का ChatGPT डॉक्टर बन सकता है। अब इस पर प्लोस वन ने एक स्टडी रिपोर्ट पब्लिश की है। चैटजीपीटी 49% केस में ठीक जवाब दिए। इसमें करीब 61% जवाब समय पर दिए।
टेक डेस्क. चैट जीपीटी दो साल पहले ही लॉन्च हुआ और परी दुनिया में छा गया है। हर तरफ इसकी चर्चा हो रही है। इससे आप अपने कई सारे काम कर सकते हैं। वहीं, अब ये भी सवाल आने लगा था कि क्या ओपनएआई का ChatGPT डॉक्टर बन सकता है। अब इस पर प्लोस वन ने एक स्टडी रिपोर्ट पब्लिश की है। इसमें बताया गया है कि चैटजीपीटी लैंग्वेज मॉडल के रूप में तो माहिर हो सकता है, लेकिन मेडिकल संबंधित सवालों के जवाब के लिए भारी दिक्कत आ सकती है।
चैट जीपीटी ये हुई स्टडी
चैट जीपीटी की काबिलियत को जांचने के लिए ये स्टडी की गई है। इसमें यह देखना चाहते हैं कि चैटजीपीटी मुश्किल क्लिकनिकल केस में अच्छे से काम कर सकता है। खोजकर्ताओं ने इसके लिए मेडस्केप क्लिनिकल चैलेंजस का इस्तेमाल किया है, जिसने पेशेंट की कंडिशन के बारे में बताया गया है।
बीमारी पर आए ये सुझाव
चैट जीपीटी ने एक मामले में कई सारी समस्याओं को बताया है। इसमें चैटजीपीटी आसानी से बीमारी को डाइग्नोस कर सकता है और उससे जुड़े इलाज की सलाह दे सकता है। खोजकर्ताओं ने चैटजीपीटी पर 150 क्लिनिकल चैलेंजस पर टेस्ट किया। हर मामले में पेशेंट, इलाज और टेस्ट की जानकारी थी और खोजकर्ताओं ने चैटजीपीटी से रिजल्ट की तुलना अपनी इन रिपोर्ट्स से तुलना करना चाहते थे।
चैटजीपीटी पर क्या खुलासा
चैटजीपीटी 49% केस में ठीक जवाब दिए। इसमें करीब 61% जवाब समय पर दिए। ऐसे में चैटजीपीटी में पर इलाज के दौरान भरोसा नहीं किया जा सकता है।
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