सार
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे के दिन चैटजीपीटी की भी हवा निकल गई है। कई यूजर्स के लिए चैटजीपीटी डाउन हो गया है। कई भारतीयों के लिए भी ये बंद हो गया था।
टेन न्यूज। लोकसबा चुनाव मतगणना के साथ ही तकनीक से बिजनेस तक के क्षेत्र पर असर पड़ा है। ओपनएआई का वायरल जेनरेटर एआई चैटबॉट, चैटजीपीटी, लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों पर दुनिया भर के कई उपयोगकर्ताओं और भारतीयों के लिए बंद हो गया था। लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे थे कि वे इस टूल तक कैसे नहीं पहुंच सके। ओपनए आई के मुताबकि इसने एआई मॉडल का प्रयोग कर भारतीय इलेक्शन में हेरफेर करने के सीक्रेट अटेम्प्ट्स में कुछ इंटरफियर किया है। यह जानकारी 2024 के लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित होने की उम्मीद से ठीक चार दिन पहले उपलब्ध कराई गई थी।
ओपनएआई के मुताबिक एआई मॉडल के प्रयोग के के माध्यम से भारतीय चुनावों में हेरफेर करने के गुप्त प्रयासों में हस्तक्षेप किया है। 2024 के लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित होने की उम्मीद से ठीक चार दिन पहले यह जानकारी उपलब्ध कराई गई थी। ओपेन आई की ओर से डेवलर चैटजीपीटी हर जानकारी उपलब्ध कराने में सक्षम होता है।
चैटजीपीटी के डाउन होने से यूजर्स परेशान
लोकसभा चुनाव के बीच चैटजीपीटी के डाउन होने से तमाम यूजर्स परेशान हो गए हैं। चैटजीपीटी यूजर्स को चुनाव से जुड़ा कोई भी अपडेट्स नहीं मिल पा रहा है। मई में चैटजीपीटी की ओर से टारगेटेड लोकसभा चुनावों को संबंधी गतिविधि को रिपोर्ट में उजागर किया गया था जो यह भी पहचानती है कि "नेटवर्क एसटीओआईसी की ओर से संचालित किया गया था और वह इजरायल में एक पोलिटिकल कैंपेन मैनेजमेंट फर्म है। ओपनएआई रिपोर्ट में जनमत में हेरफेर करने या राजनीतिक परिणामों को प्रभावित करने के उद्देश्य से गुप्त संचालन के लिए एआई का उपयोग करने वाले अभियानों पर प्रकाश डाला गया है।