सार
नई दिल्ली: दुनिया के सबसे लोकप्रिय वेब ब्राउज़र गूगल क्रोम में कई सुरक्षा खामियां पाई गई हैं। लाखों इंटरनेट उपयोगकर्ता ब्राउज़िंग के लिए जिस क्रोम पर निर्भर हैं, उसमें कई सुरक्षा खामियां हैं, ऐसा भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल ने चेतावनी जारी कर कहा है।
किन क्रोम में है समस्या?
करोड़ों इंटरनेट उपभोक्ताओं का पसंदीदा ब्राउज़र है गूगल का क्रोम। लेकिन उपभोक्ताओं के कंप्यूटर में घुसपैठ करने के लिए हैकर्स को अनुमति देने वाली गंभीर सुरक्षा समस्याएं क्रोम में हैं, ऐसा भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल की चेतावनी में कहा गया है। क्रोम के 130.0.6723.116 और 130.0.6723.116/.117 से पहले के वर्जन में सुरक्षा खामियां पाई गई हैं। विंडोज, मैक, लिनक्स प्लेटफॉर्म के यूजर्स को प्रभावित करने वाली समस्या है यह। क्रोम में खामियों का फायदा उठाकर हैकर्स कंप्यूटर में घुसपैठ कर सकते हैं, गोपनीय जानकारी चुरा सकते हैं, डीओएस हमले का प्रयास कर सकते हैं और ब्राउज़र में समस्याएं पैदा कर सकते हैं, ऐसा भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल ने क्रोम उपभोक्ताओं के लिए जारी चेतावनी में कहा है।
कैसे बचें इस समस्या से?
ब्राउज़र में सुरक्षा बढ़ाने के लिए गूगल प्रयास कर रहा है, लेकिन कई यूजर्स क्रोम अपडेट नियमित रूप से नहीं करते हैं, जो हैकर्स के लिए मददगार है। क्रोम के पुराने वर्जन का उपयोग करना सुरक्षा खामियों को जन्म देता है। अपडेट न किए गए ब्राउज़र को ही हैकर्स मुख्य रूप से निशाना बनाते हैं। ऐसी जटिल समस्याओं से बचने के लिए क्रोम के नवीनतम सुरक्षा अपडेट करना मददगार होगा। नवीनतम क्रोम वर्जन का उपयोग करने से साइबर हमले की संभावना कम हो जाती है और डेटा सुरक्षित रहता है।