सार

स्कैमर्स अगल-अलग वेबसाइट पर फिश लिंक का इस्तेमाल कर लोगों को फसाते हैं। और उनके बैंक खाते से सारी रकम उड़ा देते हैं। ऐसे में इन फेक लिंक्स से बचने के लिए आपको बस एक छोटी सी सेटिंग करनी पड़ेगी। जिसे ये सारी फिश लिंक डिसेबल हो जाएगी।

टेक डेस्क. बीते कुछ सालों में साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़े हैं। इसमें फाइनेंशियल फ्रॉड का मामले सबसे ज्यादा है। यूजर्स कई बार क्रोम पर अलग-अलग वेबसाइट पर सर्फिंग करते हैं। कई अंजान वेबसाइट पर एक साथ कई सारी लिंक होती है। ऐसे में ये स्कैमर्स अगल-अलग वेबसाइट पर फिश लिंक का इस्तेमाल कर लोगों को फसाते हैं। और उनके बैंक खाते से सारी रकम उड़ा देते हैं। ऐसे में इन फेक लिंक्स से बचने के लिए आपको बस एक छोटी सी सेटिंग करनी पड़ेगी। जिसे ये सारी फिश लिंक डिसेबल हो जाएगी।

जानें क्या होती है फिश लिंक, जो क्रिमिनल्स का है मुख्य हथियार

अलग-अलग वेबसाइट पर कई सारी लिंक एम्बेड की होती है। इनमें एक लिंक साइबर क्राइम के जाल में फंसाने के लिए होती है। अगर यूजर गलती से उस लिंक पर क्लिक कर देता है, तो वह साइबर क्रिमिनल्स की जाल में फंस जाता है। ऐसे में वह आपके फोन में घुस कर प्राइवेट जानकारी चुरा सकते हैं। इतना ही नहीं स्कैमर्स आपके डिजिटल पेमेंट ऐप से आपके खाते के सारे पैसे उड़ा सकते हैं।

ऐसे बचें फिश लिंक से

अगर आप इस तरह के फ्रॉड से बचना चाहते हैं, तो सिर्फ अपने में छोटी सी सेटिंग करनी पड़ेगी। इस लिंक को इस सिंपल प्रोसेस को फॉलो करें।

  • सबसे पहले क्रोम में जाए, यहां पर ऊपर के तीन डॉट्स पर क्लिक करें।
  • फिर इसे स्क्रॉल करें, फिर सेटिंग्स में जाए।
  • यहां पर सेफ्टी चेक पर क्लिक करें।
  • फिर आपको सेफ ब्राउजिंग के ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • फिर इसे स्टैंडर्ड से हटाकर इन हैंस प्रोटेक्शन पर क्लिक करें।
  • ऐसे में आप गलत लिंक पर क्लिक भी कर देते हैं, तो आपको इससे जुड़े खतरे के बारे में आगाह कर दिया जाएगा।

अगर साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाए, तो ये करें

अगर आप फिर भी किसी धोखाधड़ी का शिकार होते है, तो आपको सबसे पहले साइबर क्राइम ब्रांच या नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत दर्ज करनी चाहिए। आप ऑनलाइन शिकायत करना चाहते है, तो सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसके अलावा साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर पर 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

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