गूगल ने एंड्रॉयड यूज़र्स के लिए 'इमरजेंसी लाइव वीडियो' फीचर लॉन्च किया है। यह हादसों जैसी आपात स्थिति में बचाव दल को लाइव वीडियो स्ट्रीम करने की सुविधा देता है। इससे उन्हें स्थिति की साफ जानकारी मिलती है और सही मदद पहुंचाना आसान होता है।
हमने सड़क हादसों और दूसरी मेडिकल इमरजेंसी के बारे में बहुत सुना है, जिनमें सही समय पर जानकारी न मिलने से लोगों की जान चली जाती है। इसी समस्या को हल करने के लिए गूगल ने एंड्रॉयड यूज़र्स के लिए एक नया फीचर शुरू किया है। गूगल ने 'एंड्रॉयड इमरजेंसी लाइव वीडियो' नाम का एक नया सेफ्टी फीचर लॉन्च किया है, जो यूज़र्स को मुश्किल हालात में लाइव वीडियो स्ट्रीम करने की सुविधा देता है। इस गूगल फीचर से कार एक्सीडेंट, आग लगने जैसी मेडिकल इमरजेंसी के दौरान बचाव दल को स्थिति की साफ जानकारी मिल सकेगी।
एंड्रॉयड इमरजेंसी लाइव वीडियो
इस नए फीचर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसे इस्तेमाल करना बहुत आसान है। इसे यूज़ करने के लिए आपको अपने फोन की कोई सेटिंग चालू नहीं करनी पड़ेगी। जब आप किसी मुश्किल में पुलिस, एम्बुलेंस या फायर ब्रिगेड को इमरजेंसी कॉल/मैसेज करते हैं, तो मौके पर मौजूद अधिकारी आपको एक वीडियो रिक्वेस्ट भेज सकता है। रिक्वेस्ट स्वीकार करते ही एक टैप में आपका मोबाइल कैमरा ऑन हो जाएगा। इससे बचाव दल वीडियो के जरिए आपकी हालत सीधे देख सकेगा। इससे यह समझना आसान हो जाएगा कि आपको किस तरह की मेडिकल मदद और बचाव उपकरणों की ज़रूरत है।
यह किन एंड्रॉयड फोन्स में काम करेगा?
अगर आपका स्मार्टफोन एंड्रॉयड 8 या उसके बाद के वर्जन पर चलता है, तो यह फीचर काम करेगा। शुरुआत में गूगल इस फीचर को अमेरिका, जर्मनी और मेक्सिको के कुछ हिस्सों में जारी करेगा। हालांकि, यह एक ऐसा फीचर है जो जल्द ही भारत समेत दुनिया भर के यूज़र्स के लिए उपलब्ध होगा। वैसे तो गूगल पिक्सल फोन्स में पहले से ही एक इमरजेंसी रिकॉर्डिंग फीचर है जो 45 मिनट तक का वीडियो रिकॉर्ड करके कॉन्टैक्ट्स को भेजता है, लेकिन यह नया फीचर उससे बेहतर है। क्योंकि यह सिर्फ वीडियो रिकॉर्ड नहीं करता, बल्कि लाइव स्ट्रीम भी करता है।
गूगल ने एप्पल से ली प्रेरणा
एप्पल कुछ समय से अपने आईफोन यूज़र्स को "इमरजेंसी एसओएस लाइव वीडियो" की सुविधा दे रहा है। यह कदम इस बात का भी संकेत है कि टेक कंपनियां अब यह समझ गई हैं कि स्मार्टफोन सिर्फ मनोरंजन का जरिया नहीं, बल्कि जान बचाने वाला एक टूल भी है। गूगल का यह कदम उस दिशा में एक अहम पड़ाव है।
