सार
क्यूआर कोड स्कैम फिशिंग का एक तरीका है, जिसमें लोगों को क्यू आर ईमेल के जरिए भेजा जाता है। हैकर्स कंडीशनल क्यूआर कोड रूटिंग अटैक का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसमें अलग-अलग को टारगेट किया जाता है।
टेक डेस्क. बीते कुछ सालों में साइबर क्राइम के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। साइबर क्राइम के सिर्फ मामले ही नहीं बढ़ें बल्कि इसके अलग-अलग तरीके भी सामने आ रहे है। अब साइबर क्राइम का एक अजीबोगरीब तरीका सामने आया है। जालसाज अब क्यूआर कोड का इस्तेमाल साइबर क्राइम के लिए कर रहे है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हैकर्स कंडीशनल क्यूआर कोड रूटिंग अटैक का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसमें अलग-अलग को टारगेट किया जाता है। वहीं, बीते 14 दिनों में 1100 से ज्यादा लोगों को 2000 से ज्यादा ईमेल मिले हैं।
जानें क्या है QR कोड स्कैम
क्यूआर कोड स्कैम फिशिंग का एक तरीका है, जिसमें लोगों को क्यू आर ईमेल के जरिए भेजा जाता है। इसमें कहा जाता है आपके खाते का वेरिफिकेशन जल्द ही एक्सपायर हो रहा है और इससे बचने के लिए उन्हें दोबारा वेरिफिकेशन करना जरूरी है। इसमें स्कैम को समझना मुश्किल हो जाता है क्योंकि इसमें एक वैलिड कंपनी का लोगो इस्तेमाल करती है। ऐसे में लोग इसका आसानी से शिकार हो जाते है।
यूजर्स को निशाना ऐसे बनाते है
जब यूजर्स क्यू आर कोड स्कैन करते हैं, तो उन्हें क्रेडेंशियल हार्वेस्टिंग साइट पर गाइड किया जाता है। साथ ही इसमें ईमेल एक्सेस को बदले जाने की जानकारी आती है, ऐसे में यूजर्स इसके लिए जल्दी सहमत हो जाते है।
QR है यूजर्स में पॉपुलर
यूजर्स क्यूआर कोड के इस्तेमाल को विश्वसनीय माना जाता है। ऐसे में ज्यादातर यूजर्स क्यूआर कोड का इस्तेमाल करते है। इसी से डिजिटल पेमेंट शुरू हुई थी। ऐसे में यूजर्स क्यूआर का इस्तेमाल करने के आदि हो गए। इसी का फायदा स्कैमर्स उठाते है।
कैसे बचे इस स्कैम से
यूजर्स को हमेशा ईमेल का सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिNewए। जो जल्दबाजी दिखाए या उसमें कोई समस्या लगे उसका QR कोड स्कैन नहीं करना चाहिए। साथ ही शक होने पर इसकी जांच करें।
यह भी पढ़ें…
इस दिग्गज टेक कंपनी में नौकरियां नहीं, कैंपस प्लेसमेंट में 76% की गिरावट