ALERT! 2026 में आपका एक-एक पैसा चुरा सकते हैं 5 साइबर स्कैम, जानिए कैसे बचें
Top 5 Online Frauds and Prevention Tips: एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में भारत में साइबर फ्रॉड से 22,845 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ, जो 2022 से करीब 9 गुना ज्यादा है। 2026 में ये खतरे और भी एडवांस हो सकते हैं। जानिए नए साल में कैसे बचें?

डिजिटल अरेस्ट और AI वॉयस
फोन की घंटी बजती है। सामने वाला खुद को पुलिस, CBI, TRAI या कस्टम अधिकारी बताता है। कहता है कि आपके नाम से ड्रग्स, मनी लॉन्ड्रिंग या कोई बड़ा अपराध जुड़ा है। कुछ देर बाद WhatsApp पर FIR, कोर्ट ऑर्डर और सरकारी ID भेज दी जाती है। फिर कहा जाता है कि आप डिजिटल अरेस्ट में हैं। वीडियो कॉल पर रहना जरूरी है, किसी को बताना मना है और अगर कॉल काटी तो तुरंत पुलिस घर आ जाएगी। डर के मारे लोग जांच के लिए लाखों रुपए ट्रांसफर कर देते हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि भारत में कोई भी सरकारी एजेंसी फोन या वीडियो कॉल पर अरेस्ट नहीं करती और न ही पैसे मांगती है। यह पूरा खेल सिर्फ डर का होता है। इसके अलावा ठग सोशल मीडिया से आवाज और वीडियो उठाकर AI से नकली कॉल और वीडियो बना रहे हैं। ऑफिस में बॉस की आवाज या घर पर वाइफ-बच्चे की आवाज में कॉल किए जा रहे हैं। इनसे बचने के लिए परिवार और ऑफिस में एक सीक्रेट कोड वर्ड तय करें और किसी भी इमरजेंसी कॉल को दूसरे तरीके से जरूर चेक करें।
फेक QR कोड और UPI स्कैम
UPI ने पेमेंट आसान बना दिया, लेकिन ठगों ने इसी सुविधा को हथियार बना लिया। कभी कोई कहता है कि गलती से आपके अकाउंट में पैसे आ गए, वापस लेने के लिए QR स्कैन करो। कभी ऑनलाइन सामान बेचते वक्त बोला जाता है कि पैसे पाने के लिए QR स्कैन करना होगा। सच यह है कि QR स्कैन करते ही पैसा कटता है, आता नहीं। कई जगह दुकानों या पेट्रोल पंप पर असली QR के ऊपर नकली QR चिपका दिए जाते हैं और ग्राहक का पैसा सीधे ठग के अकाउंट में चला जाता है। याद रखें पैसे रिसीव करने के लिए न QR स्कैन होता है, न पिन लगता है।
फर्जी ट्रेडिंग ऐप और निवेश स्कैम
सोशल मीडिया पर बड़े-बड़े नामों के वीडियो दिखते हैं, 'गारंटीड रिटर्न', 'सीक्रेट ट्रेडिंग टिप्स'.. आपको वॉट्सऐप-टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा जाता है, एक प्रोफेशनल-सी दिखने वाली ट्रेडिंग ऐप डाउनलोड कराई जाती है। शुरुआत में छोटा पैसा लगाते हैं, मुनाफा दिखता है और कभी-कभी थोड़ा पैसा वापस भी आ जाता है। भरोसा बनते ही बड़ी रकम लगवाई जाती है। फिर टैक्स, फीस या चार्ज के नाम पर और पैसे मांगे जाते हैं। आखिर में ऐप बंद, ग्रुप गायब और पैसा भी। ध्यान रखें स्टॉक मार्केट में रोज 5-10% कमाई का कोई शॉर्टकट नहीं होता।
इंस्टेंट लोन ऐप
कुछ ऐप बिना कागज, बिना सवाल तुरंत लोन देने का दावा करते हैं। लेकिन ये ऐप मोबाइल के कॉन्टैक्ट, फोटो और मैसेज तक की परमिशन ले लेते हैं। लोन छोटा होता है, लेकिन ब्याज हफ्ते का 30-40% तक हो सकता है। समय पर पैसा न चुकाने पर गालियां, धमकियां, फोटो एडिट करके बदनाम करना शुरू हो जाता है। इसलिए ध्यान रखएं सिर्फ RBI से रजिस्टर्ड बैंक या NBFC के ऐप से ही लोन लें।
फिशिंग, सिम स्वैप और रोमांस स्कैम
आजकल फिशिंग मैसेज बिल्कुल बैंक जैसे दिखते हैं। लिंक असली वेबसाइट जैसा लगता है, बस एक-दो अक्षर बदले होते हैं। सिम स्वैप (SIM Swap) में आपका नंबर किसी और के पास चला जाता है और OTP उसी को मिलने लगता है। रोमांस स्कैम (Romance scam) में दोस्ती या प्यार के नाम पर धीरे-धीरे भरोसा बनाया जाता है और फिर निवेश या मदद के नाम पर पैसा निकलवाया जाता है।

