ओपनएआई 'सोरा' नामक एक नया सोशल वीडियो ऐप ला रहा है। यह AI-आधारित ऐप टेक्स्ट प्रॉम्प्ट से छोटे वीडियो बनाता है। 'कैमियोज़' फीचर से यूज़र्स खुद को AI वीडियो में शामिल कर सकते हैं। यह टिकटॉक और रील्स को टक्कर देगा।

टेक न्यूजः एक ज़माना था जब टिकटॉक का ट्रेंड था। उम्र की परवाह किए बिना लोग टिकटॉक पर वीडियो बनाकर पोस्ट करते थे। लेकिन भारत में टिकटॉक पर बैन लगने के बाद, इंस्टाग्राम रील्स ने उसकी जगह ले ली। आज इंस्टाग्राम रील्स और यूट्यूब शॉर्ट्स हमारी ज़िंदगी का हिस्सा बन गए हैं। अब, इन सबको टक्कर देने के लिए ओपनएआई का 'सोरा ऐप' मैदान में उतरने की तैयारी कर रहा है। आखिर क्या है जो सोरा को दूसरे शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म से अलग बनाता है?

सोरा के बारे में कुछ खास बातें

चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई ने अपने नए सोशल वीडियो ऐप, सोरा, को लॉन्च करने की घोषणा की है। इस ऐप की एक खासियत यह है कि यूज़र्स को खुद वीडियो बनाने की ज़रूरत नहीं है। चूँकि कंपनी ने इस ऐप को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर बनाया है, इसलिए ऐप आपके लिए ज़रूरी वीडियो खुद बना देगा। ओपनएआई, सोरा ऐप को अपने नए वीडियो मॉडल सोरा 2 पर बना रहा है।

सोरा, ओपनएआई का एक टेक्स्ट-टू-वीडियो एआई मॉडल है। यह एक एआई टूल है जो टेक्स्ट प्रॉम्प्ट के आधार पर छोटे वीडियो बना सकता है। ओपनएआई ने सोरा मॉडल को पहली बार 2024 में पेश किया था। सोरा 2 इसका अगला वर्ज़न है। 'कैमियोज़' नाम का फीचर सोरा 2 की खासियतों में से एक है। इसी सोरा 2 के साथ सोरा ऐप को पेश किया गया है।

सोरा जल्द ही भारत में

फिलहाल, सोरा ऐप कुछ ही यूज़र्स के लिए उपलब्ध है। इसे अभी सिर्फ अमेरिका और कनाडा में आईफोन पर जारी किया गया है। उस ऐप में यूज़र्स दस सेकंड के छोटे वीडियो बना सकते हैं और दूसरों के बनाए वीडियो को रीमिक्स कर सकते हैं। सोरा में एक ऐसी फीड होगी जिसे यूज़र्स अपनी पसंद के हिसाब से कस्टमाइज़ कर सकते हैं। सोरा ऐप के ज़रिए कैमियो फीचर का इस्तेमाल करके हम खुद को एआई वीडियो का हिस्सा बना सकते हैं। इसके लिए, यूज़र को बस एक बार अपना वीडियो और आवाज़ रिकॉर्ड करके सोरा पर अपलोड करना होगा। इसके ज़रिए ओपनएआई यूज़र्स की पहचान का वेरिफिकेशन भी करना चाहता है।

सोरा ऐप टिकटॉक से काफी मिलता-जुलता है। इसमें शामिल रीमिक्स फीचर टिकटॉक के डुएट और रीमिक्स जैसा ही है। ऐप में वर्टिकल फीड और स्वाइप स्क्रॉल डिज़ाइन ही होगा। ऐप अभी भी डेवलपमेंट स्टेज में है। यूज़र्स की सुरक्षा को लेकर कुछ पाबंदियाँ लगाई गई हैं। कॉपीराइट का ध्यान रखा जाएगा। साथ ही, लगातार स्क्रॉलिंग करने पर ऐप वीडियो बनाने के लिए एक नोटिफिकेशन देगा। 18 साल से कम उम्र वालों के लिए ओपनएआई ने सोरा ऐप के इस्तेमाल पर सख्ती से रोक लगाई है।