सार
इंफेक्टेट ऐप्स का कनेक्शन हैकिंग ग्रुप DoNot से भी है। 2018 से ही यह ग्रुप साउथ ईस्ट एशिया के बड़े संस्थानों को अपना निशाना बना रहा है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ समय पहले कश्मीर के कुछ लोग भी इस ग्रुप के शिकार बन गए थे।
टेक डेस्क : अगर आप एंड्रॉइड फोन यूजर हैं और गूगल प्ले स्टोर से ऐप्स डाउनलोड करते हैं तो सावधान हो जाइए। क्योंकि Google Play Store पर कई ऐसे ऐप्स हैं, जो आपके फोन की जासूसी करा सकते हैं। अगर आपने गलती से भी nSure Chat और iKHfaa नाम से कोई ऐप अपने फोन में इंस्टॉल कर लिया है तो उसे तुरंत डिलीट कर दें। साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने इस तरह के ऐप्स को लेकर अलर्ट किया है। उन्होंने बताया कि इन ऐप्स में मैलवेयर है, जो फोन से सेंसिटिव इंफॉर्मेशन चुरा रहे हैं। इन ऐप्स का यूज साइबर अटैक के लिए हो सकता है।
गूगल प्ले स्टोर से मत डाउनलोड करें ये ऐप्स
साइबर सिक्योरिटी कंपनी CYFIRMA के शोधकर्ताओं ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि प्ले स्टोर पर इन ऐप्स के डेवलपर का नाम SecirITY Industry लिखा है। इनका काम ही यूजर के फोन के डेटा को चुराना है। ये आपकी कॉन्टैक्ट लिस्ट से लेकर लोकेशन और गैलरी तक की जानकारी आसानी से निकाल सकते हैं। इन ऐप्स का इस्तेमाल हैकर्स भी कर रहे हैं।
साइबर अटैक का भी खतरा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, CYFIRMA के रिसर्चर्स ने बताया है कि इंफेक्टेट ऐप्स का कनेक्शन हैकिंग ग्रुप DoNot से भी है। 2018 से ही यह ग्रुप साउथ ईस्ट एशिया के बड़े संस्थानों को अपना निशाना बना रहा है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 'कुछ समय पहले कश्मीर के कुछ लोग भी इस ग्रुप के शिकार बन गए थे। पाकिस्तानियों को भी अपना निशाना बना चुका है। हालांकि, इन हमलों के पीछे ग्रुप का क्या मकसद है, इस साफ नहीं हो पाया है।'
गूगल प्ले स्टोर पर इन ऐप्स से बचके
सावधान किया गया है कि गूगल प्ले स्टूर पर nSure Chat और iKHfaa VPN ऐप्स को गलती से भी डाउनलोड करने से बचें। फोन में इस तरह का कोई भी ऐप है तो उसे तुरंत ही हटा दें। बता दें कि गूगल प्ले स्टोर को इस तरह के ऐप्स से सेफ रखने की पूरी कोशिश करता है लेकिन फिर भी बिना जानकारी वाले ऐप डाउनलोड करने से बचें और विज्ञापन देखकर तो ऐप पर भरोसा ही न करें।
गूगल प्ले स्टोर पर किस तरह डाउनलोड करें कोई ऐप
जब भी आप गूगल प्ले स्टोर से कोई ऐप डाउनलोड करें तो सबसे पहले रेटिंग्स और रिव्यू देखें। रिव्यू में यूजर्स ऐप को लेकर अपना फीडबैक देते हैं। अगर किसी यूजर ने डेटा चोरी की बात कही है तो उस ऐप को न डाउनलोड करें। वॉट्सऐप, टेलीग्राम या ईमेल पर अनजान लिंक पर कभी भी क्लिक न करें। यह साइबर अटैक हो सकता है। फोन में किसी ऐप को लोकेशन, कैमरा, गैलरी, कॉन्टैक्ट जैसी चीजों का एक्सेस न दें। इस तरह की परमिशन देने से बचें। पब्लिक फ्री वाई-फाई नेटवर्क से फोन को कनेक्ट करने से भी बचें। क्योंकि साइबर ठग इन नेटवर्क का यूज आपको शिकार बनाने में कर सकते हैं।
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