सार
न्यूज देखने या पढ़ने के लिए भारतीय यूजर्स सबसे ज्यादा किस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं? इसको लेकर गूगल ने Kantar के पार्टनरशिप में एक रिपोर्ट तैयार की है। इसमें न्यूज पसंद को लेकर कई बात सामने आई है।
टेक डेस्क : भारत में डिजिटल न्यूज पढ़ने का इकोसिस्टम तेजी से बढ़ रहा है। इसी को लेकर गूगल ने Kantar के साथ मिलकर एक नई रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में कंज्यूमर्स के बिहैवियर की जानकारी दी गई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि न्यूज के लिए भारतीय यूजर्स किन प्लेटफॉर्म्स का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, उन्हें सबसे ज्यादा कौन सी न्यूज पसंद है। रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन रीडर न्यूज के लिए एवरेज 5.05 प्लेटफॉर्म्स का यूज करते हैं। जिसमें सबसे ज्यादा एक्सेस YouTube का किया जाता है। वहीं, दूसरे ऑप्शन के तौर पर सोशल मीडिया और बाकी ऑप्शन का इस्तेमाल होता है।
सबसे ज्यादा न्यूज किस प्लेटफॉर्म पर देखते हैं भारतीय
गूगल और Kantar की रिपोर्ट के मुताबिक, रीडर्स 93% YouTube, 88 परसेंट सोशल मीडिया, 82 प्रतिशत चैट ऐप्स, 61 परसेंट सर्च इंजन से न्यूज सर्च करते हैं। 45 प्रतिशत रीडर्स ऐसे हैं, जो न्यूज पब्लिशर वेबसाइट या ऐप से न्यूज को सर्च करते हैं। इस रिपोर्ट का नाम 'Indian Languages- Understanding India’s Digital News Consumer' है।
न्यूज पढ़ने के लिए कितने परसेंट रीडर पैसा देना चाहते हैं
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि सिर्फ 15 प्रतिशत रीडर न्यूज के लिए पैसे देने को तैयार हैं। इनमें से ज्यादातर लोग मंथली या क्वार्टरली पेमेंट करने के इच्छुक हैं। रीडर सबसे ज्यादा हाइपरलोकल न्यूज को इंपॉर्टेंस देते हैं। हिंदी और गुजराती ऑडियंस सबसे टॉप पर काबिज हैं। डिजिटल न्यूज कंज्यूमर्स ग्लोबल न्यूज की भी डिमांड करते हैं। हालांकि, ये न्यूज उन्हें अपनी भाषा में ही पसंद होता है।
सबसे ज्यादा क्या पढ़ना पसंद करते हैं भारतीय
इस रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रीडर को सबसे ज्यादा एंटरटेनमेंट, क्राइम, नेशनल, स्टेट या सिटी न्यूज ही पढ़ने में दिलचस्पी है। मलयालम रीडर्स सबसे ज्यादा इंटरनेशनल न्यूज पढ़ते हैं। हेल्थ, टेक्नोलॉजी और फैशन की खबरों में नॉन-कोर सेगमेंट में लोगों की दिलचस्पी है। इस रिपोर्ट के अनुसार, लॉन्ग और शॉर्ट दोनों तरह के वीडियो, टेक्स्ट और दूसरे फॉर्म इन दिनों न्यूज में चल रेह हैं। करीब 45 परसेंट यूजर्स 60 सेकेंड से कम का वीडियो देखना पसंद करते हैं। 70% लोग समराइज न्यूज पढ़ते हैं। ऐसे न्यूज जो 60 वर्ड या इससे कम के हैं, उन्हें ज्यादा पढ़ा जाता है। मिसइंफॉर्मेशन का असर सबसे ज्यादा बंगाली और मराठी यूजर्स पर है।
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