सार
मेटा की तरफ से बताया गया है कि कंपनी कंटेंट की संख्या की जांच करती है और जो भी पॉलिसी को फॉलो नहीं करते हैं, उनके खिलाफ एक्शन लिया जाता है। मंथली रिपोर्ट में मेटा की तरफ से इस कार्रवाई की जानकारी दी गई है।
टेक डेस्क : WhatsApp की पैरेंट कंपनी Meta ने अब तक का सबसे बड़ा एक्शन लिया है। भारत में कंपनी ने 74,52,500 वॉट्सऐप अकाउंट को बंद कर दिया है। कंपनी की तरफ से बताया गया है कि ये सभी अकाउंट्स कंपनी की पॉलिसी को नहीं मान रहे थे। देशभर में लाखों वॉट्सऐप यूजर्स को स्पैम और धोखाधड़ी से रिलेटेड कॉल्स आने और स्पैम रिपोर्ट्स की शिकायतों के बाद मेटा ने इतनी बड़ी कार्रवाई की है।
WhatsApp का सबसे बड़ा एक्शन
मेटा ने जितने वॉट्सऐप अकाउंट बैन किए हैं, उनमें से करीब 25 लाख अकाउंट ऐसे थे, जिन पर यूजर्स की शिकायत से पहले ही कंपनी ने कार्रवाई कर दी थी। 1 जून को आई वॉट्सऐप की मंथली रिपोर्ट में बताया गया है कि 1 अप्रैल से 30 अप्रैल 2023 तक के बीच इन अकाउंट्स पर एक्शन लिया गया है। बता दें कि वॉट्सऐप का इस साल का यह सबसे बड़ा एक्शन बताया जा रहा है। इससे पहले पिछले महीने यानी 1 मई को जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया था कि मार्च में वॉट्सऐप ने 47 लाख के करीब अकाउंट्स बंद कर दिए थे। ये सभी नियमों का उल्लंघन कर रहे थे।
फेसबुक-इंस्टाग्राम फेक कंटेंट पर भी कार्रवाई
मेटा की तरफ से Facebook और Instagram पर भी बड़ी कार्रवाई हुई है। इंडिया में अप्रैल में फेसबुक के लिए 13 पॉलिसी में 2.7 करोड़ से ज्यादा कंटेंट और इंस्टाग्राम के लिए 12 पॉलिसी में 54 लाख से ज्यादा कंटेंट हटाए गए हैं। 1 से 30 अप्रैल, 2023 तक फेसबुक को कुल 8,470 रिपोर्ट मिली थी, जिनमें से 2,225 मामलों को सॉल्व कर दिया गया है।
मेटा की प्रतिक्रिया
मेटा की तरफ से बताया गया है कि 6,245 अन्य रिपोर्ट में विशेष समीक्षा की जरूरत थी। अपनी पॉलिसी के अनुसार ही समीक्षा करके कुल 1,244 रिपोर्टों पर कार्रवाई की है। बाकी 5,001 रिपोर्टों की समीक्षा तो की गई लेकिन उस पर एक्शन नहीं लियाग या है। वहीं, इंस्टाग्राम पर कंपनी को भारतीय शिकायत प्रणाली से 9,676 रिपोर्ट मिली थी। इसमें स् 3,591 मामलों को सॉल्व किया गया है।
क्या हर महीने आती है मेटा की रिपोर्ट
बता दें कि नए आईटी नियम 2021 के अनुसार, 50 लाख से ज्यादा यूजर्स वाले डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को मंथली रिपोर्ट देनी होगी। इसी के तहत हर महीने रिपोर्ट जारी की जाती है।
इसे भी पढ़ें
कहीं आप भी न हो जाएं कंगाल ! फर्जी ऐप्स की इस तरह करें पहचान, बचाएं अपनी डिवाइस
UPI Fraud in India : कैसे होता है यूपीआई फ्रॉड, 3 तरह से बचाएं अपना पैसा