सार

आजकल सेकेंड हैंड मोबाइल खरीदना काफी कॉमन हो गया है। ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों मोड में उपलब्ध हैं। ऐसे में जब भी आप सेकेंड हैंड फोन खरीदने जाएं तो कुछ बातों का ख्याल रखें, वरना नुकसान हो सकता है।

टेक डेस्क : आईफोन का क्रेज यूथ में खूब देखने को मिलता है लेकिन यह हर किसी के लिए अफोर्डेबल नहीं है। आजकल कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म सस्ता और सेकेंड हैंड फोन उपलब्ध कराते हैं। कुछ लोग इन वेबसाइट्स पर कम दाम में सेकेंड हैंड आईफोन ढूंढते हैं। पैसे बचाने के चक्कर में सेकेंड हैंड iPhone खरीदना कई बार आपको घाटा भी करा सकता है। इसलिए जब भी पुराना और यूज किया आईफोन खरीदने जाएं तो आंख बंदकर फोन खरीदने से पहले कुछ चीजों को चेक कर लें...

ओरिजिनल डॉक्यूमेंट्स

सेकंड हैंड iPhone खरीदने से पहले उसकी ओरिजिनल रसीद की हार्ड कॉपी या सॉफ्ट कॉपी लेना न भूलें। कई बार पुराना फोन भी वारंटी में होता है, ऐसे में ओरिजिनल डॉक्यूमेंट्स होने से आप इसकी वारंटी चेक कर सकते हैं।

बैटरी लाइफ

यूज किया हुआ आईफोन खरीदने से पहले उसकी बैटरी को जरूर चेक करें। इसके लिए Settings > Battery > Battery health and charging को फॉलो करें। अगर आईफोन की बैटरी 80 परसेंट से ज्यादा है तो उसकी लाइफ भी अच्ची होगी। इससे कम होने पर आपको सोचने की जरूरत है कि फोन खरीदें या नहीं। अगर इस ट्रिक से बैटरी के बारें में नहीं जान पा रहे हैं तो समझ जाइए कि यह नकली आईफोन है।

सीरियल नंबर

जब भी आप सेकेंड हैंड आईफोन खरीदने जाएं तो उसका सीरियल नंबर भी चेक कर लें। Settings > General > About पर जाकर आईफोन का सीरियल नंबर चेक करें और फिर इस नंबर को checkcoverage.apple.com पर डालकर आप उस डिवाइस की फुल डिटेल्स पा सकते हैं।

हैंडसेट का डिस्प्ले

आप जिस हैंडसेट को खरीदने जा रहे हैं, उसका डिस्प्ले कहीं अनधिकृत सर्विस सेंटर ने रिप्लेस या रिपेयर तो नहीं किया है। इसे चेक करने के लिए Settings > display and brightness पर जाकर True Tone को एक्टिव करें। अगर यह एक्टिव नहीं होता है तो इसका मतलब यह हुआ कि यह आईफोन बाहर कहीं से बनवाया गया है। इसमें लोकल डिस्प्ले लगा है। इस वजह से Apple थर्ड-पार्टी के स्पेयर पार्ट्स के साथ फेस आईडी भी लॉक कर देता है। अगर फेस आईडी सेटअप एक्सेस नहीं हो रहा है तो यह आईफोन के फेस आईडी के खराब होने का संकेत है।

कैमरा और हैंडसेट

सेकंड हैंड आईफोन जब भी खरीदें तो चेक कर लें कि उसके सभी कैमरे अच्छी तरह काम कर रहे हैं या नहीं। हैंडसेट में डेंट भी जरूर देख लें। मामूली खरोंच तो चल जाता है लेकिन कई बार ज्यादा डेंट फोन को खराब कर देता है। सेकेंड हैंड आईफोन खरीदते समय इनवॉइस लेना न भूलें। इस तरह आपका नुकसान भी नहीं होगा और आप सेकेंड हैंड फोन आसानी से चला पाएंगे।

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