सार

भारतीय बैंकिंग सिस्टम पर हुए साइबर अटैक से 300 से ज़्यादा छोटे बैंक प्रभावित हुए हैं। रैनसैमवेयर अटैक के कारण बैंकों का कामकाज और ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम ठप हो गया है।

टेक डेस्क : माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के बाद अब भारतीय बैंकिंग सिस्टम पर बड़ा साइबर अटैक हुआ है। जिसकी वजह से बुधवार को देश में 300 से ज्यादा छोटे बैंकों में कामकाज ठप हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रैनसैमवेयर अटैक (Ransomware Attack) की वजह से न सिर्फ बैंकों में काम प्रभावित हुए, बल्कि ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम भी फेल हो गया। ये अटैक उस कंपनी पर हुआ है, जो इन स्मॉल बैंक को टेक्निकल सपोर्ट देती है। ऐसे में आइए जानते हैं Ransomware Attack क्या होता है...

रैनसैमवेयर अटैक का सबसे ज्यादा असर कहां पड़ा

इस साइबर हमले का सबसे ज्यादा असर उन सहकारी बैंकों और ग्रामीण क्षेत्रीय बैंकों के कस्टमर्स पर पड़ा है, जो SBI और TCS के जॉइंट वेंचर सीएज टेक्नोलॉजीज पर डिपेंड हैं। इससे कस्टमर्स ATM से कैश नहीं निकाल पा रहे हैं। UPI से अमाउंट ट्रांसफर करने में भी दिक्कतें आ रही हैं। इसे लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और सॉफ्टवेयर कंपनी का अभी तक कोई बयान नहीं आया है। इससे वित्तीय नुकसान हुआ है या नहीं, इसकी भी जानकारी नहीं आई है।

Ransomware Attack क्या होता है

रैनसमवेयर एक तरह का मालवेयर है, जो किसी भी कंप्यूटर में घुसकर एक्सेस पा लेता है। वो सभी फाइल को एन्क्रिप्टेड कर डेटा और एक्सेस वापस देने के बदले फिरौती की मांग करता है। इसे आसान भाषा में डिजिटल किडनैपिंग भी कहते हैं। फिरोती के बाद भी वह डेटा वापस करेगा, इसकी कोई गारंटी नहीं होती है। रैनसैमवेयर अभी हैकर्स के लिए साइबर अटैक का सबसे सरल तरीका है। इससे पहले हॉस्पिटल्स, पब्लिक सर्विस ऑफिस पर भी अटैक हो चुके हैं।

रैनसैमवेयर से बचने के लिए क्या करें

  1. अपने डेटा का बैकअप रखना न भूलें।
  2. अनवैरिफाइड ईमेल अटैचमेंट को भूलकर भी डाउनलोड न करें।
  3. किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।
  4. हैकर्स की मांग न मानें।
  5. इस तरह के साइबर अटैक की जानकारी तुरंत साइबर क्राइम और CERT-In को दें।

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