अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने गुजरात और राजस्थान में भारी तबाही मचाई है। राजस्थान के कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं। इस बीच मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
गुजरात और राजस्थान में तबाही मचाने वाला चक्रवाती तूफान बिपरजॉय(Cyclone Biparjoy) बेहद गंभीर चक्रवात से अब केवल दबाव(डिप्रेशन) तक सीमित रह गया है। चक्रवात के असर से उत्तर गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। वहीं, राजस्थान में भी बाढ़ आ गई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर एक बहुत गंभीर चक्रवात बिपरजॉय(cyclone biporjoy) अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया। 15 जून की दोपहर के आसपास यह सौराष्ट्र-कच्छ तथा इससे सटे पाकिस्तान के तटों से गुजर सकता है।
अरब सागर पर बना इस मौसम का पहले चक्रवात को लेकर तटीय राज्यों की सरकारें हाईअलर्ट पर हैं। गंभीर चक्रवात बिपारजॉय आजकल में अति भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा।
जून में भी देश का मौसम बिगड़ने की संभावना बनने लगी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग(IMD) के मुताबिक दक्षिणपूर्व अरब सागर के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र 6 जून की शाम चक्रवाती तूफान बिपरजॉय(Biparjoy or Biporjoy) में बदल गया है।
भारत मौसम विभाग(IMD) और प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक, आजकल में तमिलनाडु, केरल, लक्षद्वीप और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो तेज़ बारिश संभव है।
भारत मौसम विभाग(IMD) और स्काईमेट वेदर के अनुसार, आजकल में राजस्थान, दक्षिण कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और पश्चिमी हिमालय के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पश्चिमी हिमालय के ऊपरी इलाकों में छिटपुट हिमपात संभव है।
भारत मौसम विभाग(IMD) और प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक,आजकल में राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में छिटपुट हल्की से मध्यम बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि और धूल भरी आंधी चलने की संभावना है।
भारत मौसम विभाग(IMD) और प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट वेदर का पूर्वानुमान है कि आजकल में पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
बंगाल की दक्षिण पूर्व खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर कम दबाव का क्षेत्र बनने से चक्रवाती तूफान मोचा(Cyclone Mocha) का खतरा बढ़ता जा रहा है। अगले 5 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।