वैदिक ज्योतिष कुंडली के अनुसार सातवां घर 12 भावों में से एक बहुत महत्वपूर्ण भाव है। इस भाव से विवाह और दांपत्य जीवन से जुड़ी बातों पर विचार किया जाता है। इस घर में अगर पाप ग्रह हो या पाप ग्रहों की दृष्टि पड़ रही हो तो वैवाहिक सुख में कमी आ सकती है।