भारत दुनिया के लिए वैक्सीन का एक महत्वपूर्ण निर्माता है। यह बात व्हाइट हाउस ने ग्लोबल लेवल पर COVID-19 के खिलाफ वैक्सीन की आपूर्ति में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए कही।
कोरोना संक्रमण के नए मामलों में थोड़ी गिरावट आई है। नए केस 20 हजार के नीचे चले गए हैं। वैक्सीनेशन का आंकड़ा 205.92 करोड़ हो चुका है। पिछले 24 घंटों में 32,73,551 डोज दी गईं। एक्टिव केस 0.31% हैं, जबकि रिकवरी रेट अभी भी 98.50% बनी हुई है।
COVID 19 UPDATE:देश-दुनिया में कोरोना वायरस के केस बढ़ रहे हैं। हालांकि भारत में यह स्पीड फिलहाल कम है। बीते दिन कोरोना संक्रमण(corona virus)के 2500 से अधिक नए मामले मिले हैं। दो दिन पहले भी यह आंकड़ा करीब यही था। इस बीच वैक्सीनेशन का आंकड़ा 187.71 करोड़ को पार कर चुका है। इस समय एक्टिव केस 0.04% हैं।
स्पुतनिक लाइट को पहले ही 30 से अधिक देशों में अधिकृत किया जा चुका है। आरडीआईएफ ने कहा है कि कई देशों में वास्तविक दुनिया के आंकड़ों से पता चला है कि स्पुतनिक लाइट एक सुरक्षित और प्रभावी टीका है जब इसे स्टैंडअलोन आधार पर और बूस्टर के रूप में उपयोग किया जाता है।
covaxin booster dose : कोरोना के ओमीक्रोन और डेल्टा वैरिएंट पर भारत बायोटेक की कोवैक्सीन असरदार है। हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक ने यह दावा किया है। उसका कहना है कि बूस्टर शॉट के ट्रायल के नतीजों में यह बात साबित हुई है।
यूएस-आधारित नोवावैक्स (Novavax) से लाइसेंस के तहत सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum institute of India) द्वारा निर्मित वैक्सीन को अब ग्लोबल वैक्सीन-शेयरिंग सिस्टम कोवैक्स (Covax) के हिस्से के रूप में वितरित किया जाएगा।
राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान( Nationwide Immunization Campaign) के तहत भारत में अब तक 121.06 करोड़ कोविड रोधी टीके लगाए जा चुके हैं। यह उपलब्धि ऐसे समय हैं, जब दुनिया में Corona virus के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron) को लेकर WHO ने अलर्ट जारी किया है।
भारत में कोरोना वैक्सीनेशन(Corona vaccination) का आंकड़ा 105.43 करोड़ के पार हो गया है। पिछले 24 घंटे में 56 लाख से अधिक डोज लगाए गए हैं। इस बीच 14 हजार नए केस सामने आए हैं।
भारत में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान(Corona vaccination campaign in India) के तहत बीते दिन 81 लाख टीके लगे। हालांकि इससे पहले 1.33 करोड़ टीके लगे थे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बच्चों के सामान्य टीकाकरण अभियान को लेकर चिंता जताई है। WHO ने कहा है कि दुनियाभर में 2019 की तुलना में 2020 में 3.5 मिलियन से अधिक बच्चों को डिप्टीथिरिया टेटनस पर्टुसिस कम्बाइंड वैक्सीन(DTP-1) की पहली खुराक नहीं मिली। भारत में यह संख्या 30 लाख बताई जाती है। कोरोना भी इस अभियान में आड़े आया है।