सार

Myanmar Travel: म्यांमार अपने प्राचीन पगोडा और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। यहां श्वेडागोन पगोडा, आनंद मंदिर और नाथलांग कयांग मंदिर जैसे ऐतिहासिक स्थल मौजूद हैं, जो अपनी अद्भुत वास्तुकला और धार्मिक महत्व के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं।

Myanmar famous pagoda and mandir: दक्षिण पूर्व एशिया स्थित म्यांमार को पहले बर्मा के नाम से जाना जाता था। यह एक ऐसा देश है जो भारत, बांग्लादेश, थाईलैंड, चीन की सीमाओं से घिरा हुआ है। बर्मा या म्यांमार का पुराना इतिहास इसे न सिर्फ खूबसूरत बनाता है बल्कि लोगों को अपनी ओर खींचता है। देश की 90 फीसदी आबादी बौद्ध धर्म का पालन करती है। सदियों से बौद्ध धर्म अनुयायी म्यांमार को पवित्र स्थल के रूप में पूजते आ रहे हैं। अपने बौद्ध मंदिरों के लिए भी म्यांमार दुनिया भर में फेमस है। आपको जानकर हैरानी होगी कि म्यांमार में 3822 मंदिर के साथ पगोडा के अवशेष आज भी उपस्थित हैं। यूनेस्को ने इस स्थान को विश्व धरोहर स्थल में भी शामिल किया है। आईए जानते हैं म्यांमार के कुछ पगोडा और खास मंदिरों के बारे में।

श्वेडागोन पगोडा (Shwedagon Pagoda)

म्यांमार में श्वेडागोन पगोडा को बौद्ध अनुयाई बेहद शुभ मानते हैं। इस पगोडा की ऊंचाई 112 मीटर है। खास बात ये है कि पगोडा सोने से ढका हुआ है। पीले पगोडे के मुकुट में करीब 5000 से ज्यादा डायमंड का इस्तेमाल किया गया है। साथ ही ₹2000 रूबी भी जड़े हुए हैं। दुनिया के सबसे पुराने बौद्ध स्तूपों में से एक श्वेडागोन पगोडा में भगवान बुद्ध के बाल आज भी सुरक्षित रखे गए हैं।

म्यांमार का प्रसिद्ध आनंद मंदिर (Ananda Temple in Myanmar)

1091 में बंजर भूमि के बीच आनंद मंदिर का निर्माण कराया गया। राजा क्यानजिथा ने इस मंदिर को बनवाया था। अब इस मंदिर को संग्रहालय का रूप दे दिया गया है। लोग वास्तुकला के साथ ही कांच, लकड़ी की खूबसूरत नक्काशी के साथ मिट्टी बर्तन आदि प्रचीन कला का नमूना है।

नाथलांग कयांग मंदिर (Nathlaung Kyaung Temple)

म्यांमार में सिर्फ बुद्ध भगवान नहीं बल्कि विष्णु जी का भी भव्य मंदिर बना हुआ है। नाथलांग कयांग मंदिर 11वीं शताब्दी में बनाया गया है। भले ही मंदिर बेहद पुराना हो चुका है लेकिन लोग आज भी इस मंदिर को देखने जरूर जाते हैं।