सार
आम की इस किस्म को तैयार करन में लभगभ पांच साल का समय लगा है। ये आम लोगों के लिए किफायती हैं और स्थानीय बाजारों में लगभग 150 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिकेंगे।
कराची. पाकिस्तान में एक एक्सपर्ट ने शुगर फ्री आम की तीन किस्मों का दावा किया है। दावा है कि ये डायबिटीज के रोगियों के लिए है। इसमें चार से छह प्रतिशत तक शुगर है। आमों को एमएच पंहवार फार्म के गुलाम सरवर ने तैयार किया है।
शुगर फ्री आम की तीन किस्म है
सिंध के टंडो अल्लाहयार में प्राइवेट एग्रीकल्चर फार्म में वैज्ञानिक बदलाव के बाद आम को पाकिस्तान के बाजारों में बेचा जाएगा। शुगर फ्री आम की नई किस्मों के नाम सोनारो, ग्लेन और कीट हैं। एमएच पंहवार के भतीजे गुलाम सरवर ने कहा कि उनके चाचा ऑर्गेनिक खेती करते हैं। उन्होंने फलों और अन्य कई तरह के पेड़-पौधों पर कई आर्टिकल लिखे हैं और शोध किया है।
किस आम में कितना शुगर ?
सरवर ने कहा कि उन्होंने आम की नई किस्मों को तैयार करने, फलों की शेल्फ लाइफ बढ़ाने और शुगर को कंट्रोल करने के लिए कई विभिन्न तकनीकों पर ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि कीट किस्म का शुगर लेवल सबसे कम 4.7 फीसदी तक है जबकि सोनारो और ग्लेन में शुगर लेवल 5.6 फीसदी और 6 फीसदी है।
150 रुपए किलो मिलेगा आम
उन्होनें बताया कि आम की इस किस्म को तैयार करन में लभगभ पांच साल का समय लगा है। ये आम लोगों के लिए किफायती हैं और स्थानीय बाजारों में लगभग 150 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिकेंगे।
शुगर फ्रीम आमों का मौसम चौंसा के मौसम के बाद आता है और अगस्त तक मिलते हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, पाकिस्तान सरकार ने पंहवार को आम और केले सहित फलों से जुड़े उनकी रिसर्च के लिए सितारा-ए-इम्तियाज से सम्मानित किया था। उनकी मृत्यु के बाद मैंने उनका काम आगे बढ़ाया।
"यह काम खुद से किया जाता है। इसमें किसी सरकारी विभाग से कोई मदद नहीं लेते हैं। सिर्फ इन आमों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाना चाहता हूं।"