सार
क्या आपको पता है कि भगवान राम चार ही भाई क्यों थे? क्यों राजा दशरथ की तीन ही रानियां थीं? नहीं तो जानिए भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी से। भाजपा प्रवक्ता ने इस गूढ़ रहस्य को तथ्यों के साथ प्रस्तुत किया है। उनका वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है।
वायरल डेस्क। राम मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण होने को है। 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा भी होनी है। ऐसे में भगवान राम और रामायण से जुड़ी कई रोचक बातें भी सामने आ रही हैं। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रभु राम से जुड़ी से ऐसी गूढ़ बातें तथ्यों के साथ विस्तार से एक टीवी कार्यक्रम में समझाईं कि लोग भी सुनकर चकित हो गए। कार्यक्रम में सुधांशु त्रिवेदी का रामायण और राम को लेकर दिए गए तर्क संगत बातों का एक वीडियो भी वायरल हुआ है।
सुधांशु त्रिवेदी ने श्रीराम के 4 भाई होने पर दिया ये तर्क
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि क्या कभी सोचा है किसी ने कि प्रभु राम 4 भाई ही क्यों थे। 3 या 5 भाई क्यों नहीं थे। चारों में लक्ष्मण ही वनवास क्यों गए और भरत ही खड़ाऊं रखकर शासन क्यों करेंगे। शत्रुघ्न ही अयोध्या में क्यों रहेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि ये चार भाई चार पुरुषार्थ धर्म,अर्थ, मोक्ष और काम के प्रतीक हैं। श्रीराम धर्म, शत्रुघ्न अर्थ, लक्ष्मण काम और भरत मोक्ष के प्रतीक हैं।
जानें दशरथ की तीन रानियों क्यों थी…
राजा दशरथ की तीन रानियां थीं। इसमें दो ही जुड़वा भाई थे लक्ष्मण और शत्रुघ्न इनमें एक कामना और दूसरा अर्थ का प्रतीक है। यानी एक इच्छा और दूसरा पूर्ति दो जुड़वा भाई। और तीन पत्नियां इसलिए क्योंकि ये चारों चीजें एक सोर्स से नहीं मिल सकती है। धर्म सतों गुण से आएगा और कौशल्या मां सतों गुण का प्रतीक हैं और राम की मां। अर्थ और काम रजों गुण से मिलेगा जो सुमित्रा से आएगा। कैकेयी तमो गुण की प्रतीक है और मोक्ष प्राप्ति के लिए तमो गण आवश्यक है। इसलिए दशरथ की तीन रानियां थीं।
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