सार
भारतीय परंपरागत विवाहों में, परिवार के सदस्य ही लड़की के लिए वर ढूंढते हैं और फैसला लेते हैं। अक्सर लड़की की पसंद-नापसंद का कोई ख्याल ही नहीं रखा जाता। ऐसे विवाहों में या तो शादी से पहले या बाद में लड़की अपने प्रेमी के साथ भाग जाती है, या फिर एक दुखी वैवाहिक जीवन बिताती है। पिछले दिनों राजस्थान के बूंदी जिले के नैनवां कस्बे में भी ऐसा ही एक वाकया हुआ।
22 जनवरी को वर और वधू पक्ष की मौजूदगी में सगाई हुई थी। पिछले रविवार, बसंत पंचमी के दिन धूमधाम से शादी का आयोजन किया गया था। समय से पहले ही दूल्हा और उसके रिश्तेदार विवाह स्थल पर पहुंच गए। सभी दुल्हन का इंतजार कर रहे थे। मिनट घंटों में बदल गए। लेकिन, दुल्हन विवाह मंडप में नहीं आई। पता चला कि पिछली रात तक दुल्हन घर पर ही थी। रात में सबने साथ खाना खाया और सोने चले गए। लेकिन, सुबह उठने पर दुल्हन घर पर नहीं मिली।
दुल्हन के पिता ने पुलिस थाने में जाकर अपनी बेटी के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद दूल्हे के पिता और परिवार वाले भी नैनवां थाने पहुंचे। इससे थाने में कुछ देर के लिए तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। दूल्हे के रिश्तेदारों ने भी दुल्हन के गायब होने की पुष्टि की। पुलिस जांच में पता चला कि पिछली रात घर में सोई दुल्हन सुबह अपने प्रेमी के साथ भाग गई। इसके बाद दूल्हा और उसके परिवार वाले वापस चले गए। पुलिस ने पुष्टि की है कि दुल्हन के पिता ने गांव के एक युवक पर अपनी बेटी को भगा ले जाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने बताया कि दोनों को जल्द ही ढूंढ लिया जाएगा।